Godda: गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर और बासुकीनाथ मंदिर खोलने की मांग की है. निशिकांत ने पत्र में लिखा है कि बैद्यनाथ और बासुकीनाथ मंदिर पर पांच करोड़ से ज्यादा लोगों की जीविका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है. महामारी के कारण मंदिर बंद होने की वजह से फूल-पत्ती बेचने वाले, दूध बेचने वाले, होटल, रेस्टोरेंट व्यवसाय, रिक्शा चलाने वाले, डेली वर्कर्स, मंदिर के आसपास के दुकान वाले आदि सहित अनेकों संगठित और गैर संगठित क्षेत्र से जुड़े लोग मंदिर बंद रहने से प्रभावित हुए हैं, जिनकी जीविका इन दोनों मंदिरों में सालों आने वाले छह करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं पर निर्भर है.
ऐसे में कोविड नियमों का पालन करते हुए आम भक्तों के लिए बाबा का दरबार खोला जाना चाहिए.
राज्य का दौरा करिये मुख्यमंत्री जी, तब होगा गरीबों के दर्द का एहसास
पत्र में निशिकांत ने अप्रैल-मई 2020 में इन दोनों मंदिर को खोलने को लेकर हुए बातचीत का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री से संथाल परगना के लोगों की जीविका का जुड़ाव इन दोनों मंदिरों से होने की बात कहते हुए निवेदन किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने सांसद के प्रति अपने गुस्से का इजहार करते हुए इन दोनों मंदिरों को खोलने से इंकार कर दिया था, जिसका नतीजा यह हुआ था कि अचानक से इन इलाकों के आसपास न सिर्फ अपराध बढ़े बल्कि चोरी के साथ-साथ निम्न आय वर्ग के परिवार के सदस्यों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं भी अचानक से बढ़ गयी थी. सांसद ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि आप कृपया अपने आवास से बाहर निकलिए, राज्य का दौरा कीजिये, तभी आपको इन इलाकों के लोगों के दर्द का अहसास होगा.
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देशभर के धार्मिक स्थल खुले हैं श्रद्धालुओं के लिए
सांसद ने लिखा है कि सबसे बड़ा मुद्दा उनलोगों के जान और जीविका को बचाना है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन दोनों मंदिरों पर निर्भर हैं. पूरे देश में मंदिर और धार्मिक स्थलों को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया है. मसलन, तिरुपति, उज्जैन और तारापीठ जहां से आप हाल ही में सपरिवार दर्शन कर लौटे हैं. उन्होंने हेमंत सोरेन को सलाह दी है कि स्पेसफिक मेजर्स को लेते हुए देवघर और बासुकीनाथ मंदिर को खोला जाए, जिसमें लोगों को कोविड के बचाव के साथ-साथ इन दोनों मंदिर पर आश्रित निम्न आय वाले परिवार की जीविका को बचाया जाए.
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सांसद ने मुख्यमंत्री को दिये ये सुझाव
सांसद ने सुझाव दिया है कि इन दोनों मंदिरों को खोला जाये और ऑनलाइन टाइम स्लॉट के आधार पर सुबह पांच बजे से शाम बजे तक निर्धारित संख्या में भक्तों को दर्शन करने के लिए जाने दिया जाए. साथ ही भक्तों का प्रवेश से पहले बॉडी टेंपरेचर मापा जाये, जबकि दूसरे जिले से आने वाले श्रद्धालुओं को निगेटिव RTPCR रिपोर्ट लाना आवश्यक किया जाए. सांसद ने अंत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि अब वे बाबाधाम पर राजनीति बंद कर एक जुलाई को समाप्त हो रहे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के बाद बैद्यनाथ और बासुकीनाथ मंदिर को खोल दें.