Bhore / Jeeradei : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों से 10 लाख नौकरियां देने के तेजस्वी यादव के वादे को भ्रमित करने वाला बताया है. लोगों से नीतीश कुमार ने अपील करते हुए विपक्षी महागठबंधन के नेताओं से पूछा है कि इसके लिए पैसा कहां से आयेगा.
गोपालगंज के भोरे और सीवान के जीरादेई में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि आजकल कुछ लोग कह रहे हैं कि इतनी नौकरी देंगे, लेकिन कहां से देंगे और इसके लिए पैसा कहां से आयेगा.
10 लाख लोगों को नौकरी देंगे तो बाकि का क्या – CM
उन्होंने कहा कि जब इतने लोगों (10 लाख लोगों) को नौकरी देंगे, तब बाकी को क्यों छोड़ देंगे. नीतीश
कुमार ने लालू प्रसाद की तरफ परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि जिसके कारण से जेल गये, उसी पैसे से व्यवस्था करेंगे क्या. उन्होंने कहा कि जो काम हो ही नहीं सकता, उसके लिए पैसा कहां से आयेगा. नकली नोट लायेंगे या जेल से आयेगा पैसा.
मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि इससे भ्रमित होने की जरूरत नहीं है. एक-एक काम करके राज्य को प्रगति के रास्ते पर लाये हैं. मौका देंगे तब और काम करेंगे.
तेजस्वी ने युवाओं से रोजगार का किया है वादा
यहां बता दें कि राजद नेता तेजस्वी यादव अपनी सभी रैलियों में रोजगार और विकास का मुद्दा उठा रहे हैं. तेजस्वी वादा कर रहे हैं कि उनकी सरकार बनी तो कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसले पर मुहर लगेगी.
यादव का कहना है कि लाखों लोगों का रोजगार छीन गया है और कारोबारियों का व्यवसाय ठप पड़ गया है. ऐसे में वह रोजगार की व्यवस्था करेंगे, कृषि ऋण माफ करेंगे और युवाओं का ध्यान रखेंगे.
कुमार ने राजद नेता पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि 15 साल में जब मौका मिला था, तब कितने लोगों को नौकरियां दी थी? मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तो छह लाख से अधिक लोगों को नौकरियां दी और काफी संख्या में लोगों को काम का अवसर दिया.
पहले बिहार में जंगलराज था – नीतीश कुमार
राजद की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पहले न सड़क थी, न बिजली थी और जंगलराज था. उन्होंने कहा कि आज हर घर में बिजली है, हर गांव तक सड़क है और बिहार में कानून का राज है.
साथ ही कहा कि हर घर बिजली तो पहुंच गया, अब हर गांव में सोलर लाइट लगायेंगे. कहा कि पहले एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महीने में 39 लोग जाते थे और हमारी सरकार आने के बाद अब एक महीने में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 हजार लोग जाते हैं. कुछ लोगों को काम से मतलब नहीं है, ये लोग सिर्फ परिवारवाद में लगे रहते हैं.
कुमार ने कहा कि उनका अपना कोई स्वार्थ नहीं है और वे लोगों की सेवा के लिए समर्पित हैं. उन्होंने कहा कि आज राज्य में अपराध का दर काफी नीचे चला गया और अपराध के मामले में देश में बिहार 23वें स्थान पर है.
विकास कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य का विकास दर 12 प्रतिशत से अधिक हो गया.