Akshay Kumar Jha
Ranchi : आखिर ऐसा क्या हुआ था 15 जून को! सीएम हेमंत सोरेन को दोपहर करीब दो बजे आपदा प्रबंधन की बैठक खत्म कर कांके रोड स्थित अपने आवास लौटे पांच मिनट भी नहीं हुए थे कि अचानक उनका काफिला हवाई अड्डे के लिए निकल गया. ढाई बजे के आसपास हेमंत सोरेन का चार्टर्ड विमान दिल्ली के लिए उड़ चला. मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा पहले से तय नहीं था. उनके दिल्ली जाने के पहले और बाद में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी गयी कि आखिर सीएम किस कारण से दिल्ली गये हैं. उनके रवाना होने के चंद घंटे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सरकार के वित्त सह खाद्य मंत्री रामेश्वर उरांव भी दिल्ली जा चुके थे.
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वेणुगोपाल के अलावा किसी से नहीं मिले हैं हेमंत सोरेन
जाहिर सी बात थी, कि मुख्यमंत्री के अचानक दिल्ली जाने से अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया. जितने मुंह, उतनी बाते. कभी मंत्रिमंडल फेरबदल, तो कभी 12वें मंत्री को लेकर चर्चाएं होने लगी. लेकिन कांग्रेस और जेएमएम दोनों ने इन बातों को खारिज कर दिया. अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक पिछले चार दिनों से दिल्ली में रहने के बावजूद हेमंत सोरेन की कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात नहीं हुई है. प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से मिलने का भी कोई कार्यक्रम नहीं है. कांग्रेस के बड़े नेता के नाम पर वह सिर्फ संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिले हैं. इस मुलाकात की औपचारिक जानकारी भी अभी तक नहीं दी गयी है. मुख्यमंत्री को दिल्ली में किसी सरकारी आयोजन में हिस्सा भी नहीं लेना है. न ही संगठन या गठबंधन की कोई बैठक ही प्रस्तावित है. ऐसे में मुख्यमंत्री का बिना किसी गतिविधि के दिल्ली में चार दिनों से रहना राजनीतिक प्रेक्षकों को खटक रहा है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर दिल्ली में गुपचुप तरीके से आखिर क्या चल रहा है.
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बसंत सोरेन के भी दिल्ली में होने को लेकर हो रही गॉसिप
एक चर्चा यह भी है कि मुख्यमंत्री के छोटे भाई और दुमका से विधायक बसंत सोरेन भी दिल्ली में हैं. वह मुख्यमंत्री के दिल्ली आने के बाद पहुंचे. हालांकि इसकी पुष्टि करने को कोई तैयार नहीं है. दोनों भाइयों के दिल्ली में होने की लोग अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि सरकार से नाराज कुछ झामुमो विधायक पार्टी और सरकार दोनों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास को लेकर सीएम कार्यालय और झारखंड मुक्ति मोर्चा की चुप्पी से भी चर्चाओं को बल और अफवाहों को हवा मिल रही है.
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