Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : मंगलवार को न्यूनतम मजदूरी एवं बकाया मजदूरी नहीं दिए जाने के विरुद्ध झारखंड जनरल कामगार यूनियन के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने मजदूरों के साथ बैठक की. वहीं नोवामुंडी प्रखंड के दिरिबुरू पंचायत स्थित बोकना गांव में घर घर नल जल योजना के तहत पानी टंकी, इंटेकवेल तथा जल मीनार का निर्माण कराया जा रहा है. इस कार्य में लगे मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी ना देकर मात्र 200 रुपये का भुगतान किया जा रहा है. जबकि झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी दर 346 रुपये तय है. इस संबंध में जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि इस चिलचिलाती धूप में काम करने वाले मजदूरों को कम मजदुरी का भुगतान कर उनका शोषण किया जा रहा है. सभी मजदूरों की मांग है कि संवेदक के ऊपर भी कानूनी कार्रवाई कर उसके फार्म कोब्लैक लिस्ट किया जाए.
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मुख्यमंत्री से की गई शिकायत
कार्य स्थल पर साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. जिससे योजना किस मापदंड से बनेगा, मजदूरों को कितना मजदूरी देना है, संवेदक कौन है इसका कोई पता नहीं चल पा रहा है. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी नहीं हुई तो उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा. साथ ही मजदूरों के शोषण के संबंध में एक पत्र मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव को भेजा गया है. इसकी प्रतिलिपि श्रम आयुक्त, कोल्हान आयुक्त, श्रम अधीक्षक चाईबासा, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग चाईबासा तथा अनुमंडल पदाधिकारी जगन्नाथपुर को भजी गई है.
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