Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर में सोमवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्या सीमा पालित (गुरु माँ) ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया. इसके उपरांत कक्षा पंचम की छात्रा आकांक्षा ठाकुर ने सुभाष चंद्र बोस की जीवनी पर प्रकाश डाला. नेताजी का नारा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” आज भी चर्चित है. इस दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक भजन,अविश्वसनीय नाटक, सुन्दर नृत्य आदि प्रस्तुत किया.
तत्पश्चात प्राचार्या ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत माता के वीर सपूत तथा महान विभूति नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारत के लिए पूर्ण स्वराज का सपना देखा था. भारत को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए उन्होंने कोई आंदोलन किए और इसकी वजह से नेताजी को जेल भी जाना पड़ा. आजाद हिन्द फौज का स्थापना के बाद उन्होंने अपने वीरतापूर्ण कार्य से अंग्रेज की नींव को हिला कर रख दिया था. जब तक नेताजी रहे तब तक अंग्रेज चैन की नींद नहीं ले पाए.
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प्राचार्या ने विजेताओं को किया पुरस्कृत
पराक्रम दिवस के अवसर पर चित्रांकन, निबंध लेखन के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ. सभी विजेता व उपविजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. पुरस्कार देते वक्त प्राचार्या ने सभी प्रतिभागियों को साधुवाद दिया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की. कार्यक्रम में मंच संचालन कक्षा नवम की छात्रा स्वाति महापात्र ने किया. विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य लियोनार्ड अल्वेस्टर बोदरा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं वन्दना प्रमुख अंजली बोस द्वारा शांति मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई.
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