Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : टाटा डीएवी पब्लिक स्कूल में मंगलवार को टाटा स्टील फाउंडेशन सबल द्वारा “डिग्निटी थ्रू एबिलिटी” विषय पर कार्यशाला क आयोजन हुआ. इसमें कक्षा आठवीं, नवमी एवं एकादशी के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान विद्यार्थियों को पैदा होने वाले दिव्यांग बच्चे और उसकी रोकथाम के उपाय व दिव्यांगता के प्रकार की जानकारी दी गई. संस्था के सीनियर एग्जीक्यूटिव शिवेंद्र सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगजनों को बचपन में ही शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधा मुहैया करा दी जाए तो उनके चेहरों पर स्थायी मुस्कान बिखेरी जा सकती है. सभी बच्चों के लिए उनकी रूचि के अनुसार वातावरण तैयार करने से ये अपनी दिव्यांगता को कमजोरी नहीं समझते हैं बल्कि एक चुनौती मान कर बचपन से ही उत्कृष्ट कार्यो में व्यस्त रहने लगते हैं.

इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर: ग्रेजुएट कॉलेज में आयोजित हुआ मतदाता जागरुकता कार्यक्रम
दिव्यांग बच्चों को सभी अपना प्यार दुलार दें : प्रशांत कुमार
विद्यालय के प्राचार्य प्रशांत कुमार भुइंया ने कहा कि दिव्यांग बच्चे सेवा और प्रतिस्पर्धा के हर क्षेत्र में अनुकरणीय प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे बच्चों से सभी को सीख लेने की जरूरत है. दिव्यांग बच्चे न केवल वर्तमान, बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी एक प्रतीक बनकर काम कर रहे हैं. समाज के लोगों को चाहिए कि वे ऐसे बच्चों को अपना प्यार दुलार दें, ताकि ये अपने-अपने रूचि अनुसार क्षेत्र में और बेहतरीन कार्य कर सकें. कार्यशाला में संस्था से आए हुए सीनियर एग्जीक्यूटिव के सहयोगी व शिक्षक वृंद मौजूद थे.


