Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में निजी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड को काम से हटा दिया गया है. सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन को मिलाकर 378 लोग काम कर रहे थे. सभी लोग बीते 15-16 सालों से अपनी सेवा एजेंसी के माध्यम से रिम्स अस्पताल के विभिन्न विभागों में दे रहे थे. वहीं बुधवार को सुरक्षाकर्मियों को अचानक काम से हटा दिया गया. जिसके बाद सभी गोलबंद होकर चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष जमा हुए.
बुधवार को 2 घंटा काम करने के बाद सेवा से हटाया
सुरक्षाकर्मियों ने आरोप लगाया है कि रिम्स प्रबंधन द्वारा बिना सूचना दिये ही काम से हटा दिया गया. बुधवार को पहली पाली के कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर तैनात हो चुके थे. दो घंटा काम करने के बाद अचानक कहा गया कि आप सभी काम से वापस हो जाएं. अब होमगार्ड के जवान ड्यूटी करेंगे. ऐसे में हम सभी लोगों के साथ अन्याय हुआ है.
मरीज के स्वजन धकेल रहे थे ट्रॉली
वहीं सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन को काम से हटाने के बाद अस्पताल की व्यवस्था पर असर देखने को मिला. झारखंड के विभिन्न जिलों से आए मरीजों के स्वजन खुद से ट्रॉली धकेल रहे थे. स्वजनों ने कहा कि इतने बड़े अस्पताल में विडंबना है कि मरीज को परेशानी के बीच एक जगह से दूसरी जगह ले जाना पड़ रहा है. मरीज को किस वार्ड में लेकर जाना है, इसकी जानकारी देने वाला भी कोई नहीं है.
400 होमगार्ड संभालेंगे रिम्स की सुरक्षा
वहीं, रिम्स की सुरक्षा को लेकर हाईकोर्ट ने भी कई बार फटकार लगायी थी. जिसे देखते हुए बुधवार से होमगार्ड के हाथों में सुरक्षा की कमान सौंप दिया गया है. प्रबंधन के अनुसार कुल 400 होमगार्ड रिम्स में तैनात किए जाएंगे. इनमें चतरा से 150, सरायकेला से 150 और चाईबासा से 100 होमगार्ड को बुलाया गया है.
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