Saurav Singh
Ranchi : गांजा तस्करों के लिए ओडिशा इन दिनों हब बना हुआ है. गांजा की अधिकतर खेप झारखंड के कई शहरों से होते हुए बिहार, यूपी के शहरों में पहुंच रहा है. हाल के दिनों में गांजा की जो खेप पकड़ी गयी है, उनमें से ज्यादातर गांजा ओडिशा से ही लाये गये थे.
गौरतलब है कि झारखंड बिहार और यूपी में गांजा की सप्लाई लगातार नेपाल के अलावा उत्तर-पूर्व के राज्यों से होती थी. लंबे समय तक इन दो इलाकों से तस्कर गांजा मंगाते रहे हैं. हाल के वर्षों में तस्करों ने अपना रूट बदल लिया है. आज की तारीख में गांजा की सप्लाई का सबसे बड़ा केंद्र ओडिशा है.
जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ओडिशा के नक्सल प्रभावित कोरापुट, मलकानगिरी, रायगढ़ और जॉयपुर से गांजा झारखंड के रास्ते बिहार और यूपी पहुंच रहा है.
पुलिस की कार्रवाई के बाद भी राज्य में जारी है तस्करी
पुलिस की कार्रवाई के बाद भी राज्य में गांजा तस्करी जारी है. गौरतलब है कि पिछले एक महीने के दौरान राज्य के अलग- अलग जिलों से आधा दर्जन के आसपास गांजा की बड़ी खेप पकड़ी गयी. इसके बावजूद तस्करी नहीं रुक रही. तस्कर कम कीमत में गांजा खरीदते हैं और ज्यादा रकम लेकर बेचते हैं. भारी मुनाफे की वजह से ही तस्कर इस धंधे में लगे हैं.
बताया जाता है कि रांची, हजारीबाग, चतरा, जमशेदपुर सहित राज्य के कई अन्य जिले में गांजा तस्करों के कई गैंग लगातार सक्रिय हैं. करोड़ों का नुकसान होने के बावजूद ये तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं.
अलग-अलग तरीके से होती है गांजा की तस्करी
गांजा तस्कर पुलिस को चकमा देने के लिए समय-समय पर तस्करी का तरीका बदलते रहते हैं. 18 अगस्त को रांची के नामकुम में पकड़े गये पिकअप वैन में प्लास्टिक में गांजा पैक था और उसे छिपाने के लिए ऊपर से केले के पत्ते डाल दिये गये थे, ताकि देखने वाले यह समझें कि गाड़ी में केला लाया जा रहा है. अगर सूचना नहीं हो तो ऐसे वाहनों को पकड़ना काफी मुश्किल है.
वहीं नारियल की भूसी के अंदर भी गांजे को छिपाकर उसकी तस्करी की जाती है.
गांजे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने वालों को तस्करों द्वारा सिर्फ संबंधित व्यक्ति का फोन नंबर दिया जाता है. इसके अलावा उनके पास कोई भी जानकारी नहीं होती है. ओडिशा से झारखंड में प्रवेश करने के बाद और फिर झारखंड सीमा से निकलने पर उन्हें शहर के बारे में बताया जाता है.
राज्य में हाल के महीने में लगातार पकड़े गये गांजा के खेप
5 अक्टूबर 2020: ओडिशा से रांची लायी जा रही गांजा की खेप रांची पुलिस ने वाहन चेकिग के दौरान सुजाता चौक के पास से पकड़ा था और 30 किलो गांजा के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया था.
8 सितंबर 2020: लोहरदगा जिले के कुड़ू थाना पुलिस ने एक ट्रक गांजा बरामद किया था. ट्रक में लगभग 550 किलो गांजा था. इसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपये बतायी गयी थी.
18 अगस्त: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो रांची की टीम ने 140 किलो गांजा के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. जब्त गांजे की कीमत करीब 56 लाख रुपये आंकी गयी थी. नामकुम के रामपुर रिंग रोड से गांजा जब्त किया गया था.
12 अगस्त: सरायकेला एसपी मोहम्मद अर्शी के निर्देश पर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली थी. पुलिस ने अन्तर्राज्यीय गांजा तस्कर गिरोह के एक सदस्य को 1.86 क्विंटल गांजा के साथ गिरफ्तार किया था.
17 जुलाई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने रांची के नामकुम से गांजा के साथ नौ लोगों को दबोचा था. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 225 किलोग्राम गांजा बरामद किया था.
11 जुलाई: हजारीबाग बरही पुलिस ने 130 किलो गांजा के साथ दो युवक और एक महिला को पकड़ा था.
23 जून: ओडिशा कोरापुट से 164 किलो गांजा हजारीबाग लाया जा रहा था. गांजे के साथ दो लोग गिरफ्तार हुए थे.