Ranchi : देश में प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली समेत कई राज्यों ने इस साल दीवाली पर आतिशबाजी और पटाखा फोड़ने पर पाबंदी लगा दी है. इधर झारखंड में भी इस बात पर विचार चल रहा है कि दीवाली पर पटाखा चलाने के लिए एक समय सीमा तय कर दी जाये.
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पूर्ण प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन समय सीमा तय करने पर विचार कर रहा है. सरकार से मंतव्य लेकर जल्द ही इस संबंध में सूचना जारी की जा सकती है.
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राज्य में प्रदूषण की स्थिति अच्छी नहीं
रांची, धनबाद, जमशेदपुर समेत कई ऐसे शहर हैं, जहां प्रदूषण स्तर मानक से काफी अधिक है. प्रदूषण के मामले में झारखंड में सबसे अधिक प्रदूषित शहर धनबाद को माना जाता है. कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के समय वायु प्रदूषण की स्थिति में हल्का सुधार हुआ था. लेकिन अनलॉक के बाद स्थिति पूर्ववत हो गयी गयी है.
दीपावली के मौके पर प्रदूषण का स्तर नहीं बढ़े, इसके लिए बोर्ड द्वारा कदम उठाये जाने की संभावना है.
दो घंटे की मिल सकती है मोहलत
पिछले साल दीवाली पर रात आठ से दस बजे तक पटाखा फोड़ने की अनुमति दी गयी थी. इस बार भी दीवाली पर इतना ही समय पटाखा फोड़ने के लिए मिल सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, अगर सरकार से अनुमति मिल गयी तो बोर्ड सभी जिला प्रशासन को इसे सख्ती से लागू करने के लिए पत्र लिखेगा. तय समय के बाद पटाखा चलाने पर कानूनी कार्रवाई का प्रावधान भी किया जा सकता है.
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