Khunti : मकर संक्रांति के अवसर पर पंचपरगना क्षेत्र में विलुप्त हो रही प्राचीन पंचपरगनिया संस्कृति को बचाये रखने के लिए गांव के लोगों का जुटान शुकून देने वाला समझा जा सकता है. शुक्रवार को परासी और सिरकाडीह गांव में आयोजित फोदी खेल लोगों के लिए काफी रोमांचक रहा. परासी में इस प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए मानकी विजय सिंह मुंडा का प्रयास सराहनीय रहा. गांव के सैकड़ों लोग हाथों में लाठी लिए घर से बाहर निकले. परंपरानुसार गांव तथा गांव के बाहर चमड़े के बने फोदी खेल में शामिल हो गये. यह फोदी एक किलो ग्राम से पांच किलो ग्राम वजनदार होते हैं. शाम ढलते ही फोदी को गांव के प्रमुख मानकी के घर ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते-गाते ले गये, जहां महिलाओं द्वारा फोदी और इसके खिलाड़ियों का पैर धोकर स्वागत किया गया.
ग्रामीणों ने जमकर फोदी खेल का आनंद लिया
इधर, सिरकाडीह गांव में भी ग्रामीणों द्वारा जमकर फोदी खेल का आनंद लिया गया. गांव के ग्राम प्रधान रोहित सिंह मुंडा, खिरोद सिंह मुंडा, राजू मुंडा, श्यामलाल लोहरा, कृष्णा प्रामाणिक, बालेश्वर मुंडा, कर्ण सिंह मुंडा, गुरुचरण मुंडा, जंगल मुंडा आदि अनेक ग्रामीणों का सराहनीय योगदान रहा. इस प्रकार प्रति वर्ष मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला फोदी खेल वर्तमान पीढ़ी के युवाओं के लिए काफी आनंददायक रहा.
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