Paris : फ्रांस में फिर एक बार राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों की सरकार बनने जा रही है. मैक्रों दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति बनेंगे. खबर है कि मैक्रों ने देश की धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन को भारी अंतर से हराया. मैक्रों को 58 प्रतिशत वोट मिले. जबकि पेन सिर्फ 42 फीसदी वोट हासिल कर पायी. फ्रांस में रविवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान संपन्न हुआ. इससे पहले ही मरीन ले पेन ने हार स्वीकार कर ली.
🔴 Départ en manif sauvage depuis la place de la République. pic.twitter.com/WI6C5lZcdE
— simon louvet (@simonlouvet_) April 24, 2022
उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों को विजयी मान लिया. पेन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभूतपूर्व प्रदर्शन अपने आप में एक शानदार जीत को दर्शाता है. बता दें कि फ्रांस की विभिन्न मतदान एजेंसियों ने मैक्रों की जीत का अनुमान लगाया था. मैक्रों की जीत के बाद एफिल टॉवर के पास पार्क में मैक्रों प्रशंसकों ने एक दूसरे को गले लगाया.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया
🔴 Charge de la police, plusieurs manifestants au sol. Le groupe est refoulé au milieu de la place de la République, verrouillée de tous les côtés. Pas de stratégie côté manif. pic.twitter.com/NTY0QyaiWL
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मैक्रों की जीत के बाद पेरिस से दंगों की खबर आ रही है. सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे वीडियो में पुलिस प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए नजर आ रही है. खबर है कि राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद दर्जनों लोग सड़कों पर उतर आये और प्रदर्शन करने लगे. उग्र भीड़ को काबू में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. चुनावी नतीजे सामने आने के बाद फ्रांस के पत्रकार साइमन लौवेटे ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया.
वैश्विक नेता के रूप में किया खुद को स्थापित
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों राजनीति में युवा नौसिखिया की छवि से हटकर एक प्रमुख वैश्विक नेता के रूप में खुद को स्थापित किया है, जो यूरोपीय संघ में महत्वपूर्ण निर्णय लेने लेते हैं. वह यूक्रेन में रूस द्वारा थोपे गये युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में गहराई से जुड़े रहे हैं. 44 वर्षीय मध्यमार्गी मुखर मैक्रों अपनी निर्बाध कूटनीतिक सक्रियता के साथ न केवल अपना रास्ता बनाते हैं, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में अपनी जगह बनाई है.
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पिछली बार भी मैरिन ली पेन को हराया था
इमैनुअल मैक्रों ने पिछले चुनाव में धुर दक्षिणपंथी नेता मैरीन ली पेन को हराकर राष्ट्रपति चुनाव जीता था. धुर दक्षिणपंथी नेता मैरीन ली पेन फ्रांस के राष्ट्रपति पद की होड़ में तीसरी बार मैदान में उतरी थीं. वह अपने पिता ज्यां मैरी की तरह ही उत्साही और तेजतर्रार नेता हैं. उनके पिता ने भी पांच बार राष्ट्रपति पद के लिए अपनी किस्मत आजमाई थी.
राष्ट्रपति फ्रांसिस ओलांद के आर्थिक सलाहकार रहे थे
जनमत सर्वेक्षणों में कई फ्रांसीसी नागरिकों राष्ट्रपति के तौर पर उनकी प्रशंसा की थी. मैक्रों को कोविड-19 महामारी और यूक्रेन संघर्ष जैसे प्रमुख वैश्विक संकटों का सामना करने के लिए पद के योग्य माना गया था. मैक्रों फ्रांस के संभ्रांत स्कूल इकोले नेशनल डी एडमिनिस्ट्रेशन के छात्र थे. वह पहले सीनियर सिविल सर्वेंट थे. फिर कुछ वर्षों के लिए रोथ्सचाइल्ड में एक बैंकर के रूप में काम किया. वह समाजवादी राष्ट्रपति फ्रांसिस ओलांद के आर्थिक सलाहकार रहे थे. वह 2014 से 2016 तक ओलांद की सरकार में अर्थव्यवस्था मंत्री थे