Ranchi: देश में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजेएसवाई) का फेज-3 शुरू हो चुका है. झारखंड में फेज तीन पर काम गति नहीं पकड़ पा रहा है. सरकार को इसके लिए केंद्र को दिंसबर तक प्रस्ताव भेजना है. इससे पहले राज्य के 24 जिलों के 212 ब्लॉक का जीआईएस मैपिंग कराना जरूरी है. जबकि अभी तक केवल पांच ब्लॉक की ही मैपिंग ही पायी है. ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कोरोना संकट के कारण योजना पर काम धीमा रहा है. अब इस दिशा में कदम उठाया जा रहा है, और अब कार्य की गति में भी बढ़ोतरी की जा सकती है.
स्कूल, अस्पताल तक पहुंचना होगा आसान
पीएमजेएसवाई-1 में ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया. वहीं पीएमजेएसवाई-2 में निर्मित सड़कों का जीर्णोद्धार किया गया . वर्ष 2020-2025 तक के लिए पीएमजेएसवाई-3 को शुरू किया गया है. इसके तहत स्कूलों, कृषि बाजारों, अस्पतालों आदि को संपर्क मार्ग से जोड़ा जाएगा. वहां तक ग्रामीणों को पहुंचना आसान होगा.
ऑनलाइन होगा चयन
पीएमजेएसवाई फेज-3 में सड़कों का चयन ऑनलाइन किया जाएगा. ब्लॉक का जीआईएस मैपिंग होने से स्कूल, अस्पताल, कृषि बाजार आदि की जानकारी मिलेगी और मार्ग की स्थिति का पता चल सकेगा. केंद्र सरकार ने सड़क के चयन के लिए अंक सिस्टम को अपनाया है. संपर्क मार्ग निर्माण के लिए अलग-अलग अंक निर्धारित किए गए हैं. स्कूल, अस्पताल, बसावट आदि सभी को देख कर ऑनलाइन ही अंक मिलेगा. सबसे अधिक अंक वाली जगहों को प्रथामिकता के आधार पर सड़क मार्ग से जोड़ा जायेगा.
4125 किमी सड़क का होना है निर्माण
केंद्र ने पीएमजेएसवाई फेज-3 के तहत चालू वित्तीय वर्ष में झारखंड के लिए 4125 किमी सड़क निर्माण की मंजूरी दी है. इसके लिए 24 जिलों के 212 ब्लॉक का जीआईएस मैपिंग करना अनिवार्य है. ग्रामीण विकास विभाग अभी तक केवल पांच ब्लॉक का ही मैपिंग करवा पाया है. मैंपिग पूरा होने के बाद इसे केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा जा सकेगा. तय मानक के अनुसार प्राप्त अंक के आधार पर केंद्र सरकार सड़कों के निर्माण की मंजूरी देगी. इसलिए जीआईएस मैपिंग का कार्य जल्द पूरा किया जाना आवश्यक है.