NewDelhi : पर्यावरण से जुड़े मुद्दे पर काम करने वाली एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी का चौतरफा विरोध हो रहा है. बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा की गिरफ्तारी शनिवार को की गयी थी. दिल्ली की एक अदालत ने रविवार को दिशा रवि को पांच दिन के पुलिस रिमांड में भेज दिया है. दिशा की गिरफ्तारी का विरोध छात्र-छात्राएं सहित नेता भी कर रहे हैं.
यदि माउंट कार्मेल कॉलेज की 22 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि देश के लिए खतरा बन गई है, तो भारत बहुत ही कमजोर बुनियाद पर खड़ा है।
चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की तुलना में किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए लाया गया एक टूक किट अधिक खतरनाक है!— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 14, 2021
भारतीय राज्य बहुत ही कमजोर नींव पर खड़ा है.
कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने इस संबंध में कहा कि माउंट कार्मेल कॉलेज की छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि राष्ट्र के लिए खतरा बन गयी है, तो इसका मतलब है कि भारतीय राज्य बहुत ही कमजोर नींव पर खड़ा है. कहा कि इस देश में किसानों का समर्थन करने के लिए जारी किया गया एक टूलकिट चीनी सैनिकों के घुसपैठ से भी खतरनाक हो गया है.
उन्होंने कहा कि भारत बचकानी और बकवास हरकतें कर रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का हथियार बन गयी है. उन्होंने दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए लोगों से अपील की कि वे सरकार के खिलाफ आवाज उठायें
मीना हैरिस ने दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध किया
इस क्रम में अमेरिका में वकील और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भी दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि भारतीय अधिकारियों ने एक और युवती को गिरफ्तार किया है, दिशा रवि. क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक टूलकिट पोस्ट किया था. जिसमें बताया गया था कि किसानों के आंदोलन का समर्थन कैसे करें.
दिशा रवि की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि क्या देश इतना कमजोर है कि एक ट्वीट से उसकी सुरक्षा खतरे में आ जाती है?
Disha Ravi
Climate ActivistIs the state so weak that a tweet threatens its security ?
Is the state so paranoid that a 22 year is a national security threat ?
Is the state so intolerant that it cannot tolerate youth standing with farmers ?
Is this the “badlav” Modiji wanted?— Kapil Sibal (@KapilSibal) February 15, 2021
दिशा रवि एक जलवायु कार्यकर्ता हैं
बेंगलुरू की रहने वाली 22 वर्षीय दिशा रवि एक जलवायु कार्यकर्ता हैं. वह फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक संगठन की संस्थापक सदस्य हैं. दिशा गुड वेगन मिल्क नाम की एक संस्था में काम करती हैं. इस संस्था का मुख्य उद्देश्य प्लांट बेस्ड फूड (वेजिटेरियन) को सस्ता और सुलभ बनाना है. ये लोग जानवरों पर आधारित कृषि को खत्म कर उन्हें भी जीने का अधिकार देना चाहते हैं.
दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि पर किसानों के समर्थन में बनाई गयी एक विवादित ‘टूलकिट’ को सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप लगाया है. टूलकिट है कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया पर शेयर की थी.
पुलिस का आरोप है कि दिशा रवि ने भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’ के साथ सांठगांठ की. दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर दावा किया है कि ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट साझा करने वालों में से रवि भी एक थीं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक वह टूलकिट का संपादन करने वालों में से एक हैं और दस्तावेज को बनाने एवं फैलाने के मामले में मुख्य साजिशकर्ता हैं.
दिशा रवि ने बनाया था वॉट्सऐप ग्रुप
सूत्रों के अनुसार रवि दिशा के वॉट्सग्रुप ग्रुप में निकिता जैकब जुड़ी हुई थीं. बता दें कि निकिता दिल्ली पुलिस के रडार पर हैं. साइबर सेल ने पूछताछ के लिए निकिता से संपर्क भी किया है. निकिता भी एक्टिविस्ट बताई जाती हैं.
पुलिस के अनुसार दिशा का मोबाइल डेटा डिलीट पाया गया है, जिसे रिट्रीव किया जाएगा. दिशा से जुड़ा एक और नाम है, शांतनु. ये भी दिल्ली पुलिस के रडार पर है.
पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में
दिल्ली की एक अदालत ने रविवारको दिशा रवि को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों के अनुसार दिशा रवि की गिरफ्तारी की खबरें मीडिया में घंटों चलने के बाद दिशा रवि को अदालत में पेश किया गया लेकिन अदालत में दिशा रवि का कोई वकील मौजूद नहीं था. कोर्ट ने दिशा रवि की तरफ से दिल्ली लीगल एड सेल के वकील को जिरह करने को कहा.