Jamshedpur : गोलमुरी सह जुगसलाई प्रखंड क्षेत्र के परसुडीह में झारखंड बस्ती सरकार की गलत सीमांकन और बंटवारे का दंश झेल रहा है. लगभग 500 की जनसंख्या वाले उक्त मुहल्ले को दो भागों में बांट दिया गया है. आधी आबादी जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र और पश्चिमी कालीमाटी पंचायत में पड़ती है. उसी बस्ती की आधी आबादी पोटका विधानसभा क्षेत्र और दक्षिण करनडीह पंचायत में पड़ती है. एक ही मुहल्ले को दो विधानसभा और दो पंचायतों में बांटे जाने से विकास भी प्रभावित हुआ है. दक्षिण करनडीह पंचायत क्षेत्र में पड़ने वाले हिस्से में सोलर जलापूर्ति योजना, पीसीसी सड़क और नाली है, लेकिन पश्चिमी कालीमाटी पंचायत में पड़ने वाले क्षेत्र के लोग इन मुलभूत सुविधाओं से वंचित है. इसके लिए स्थानीय लोग विधायक मंगल कालिन्दी और मुखिया कंचन तिग्गा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. स्थानीय निवासी जितेन्द्र कुमार ने बताया कि विधानसभा का सीमांकन तो वर्षों पहले किया गया था. लेकिन पंचायत चुनाव के कारण 10 वर्ष पहले एक ही मुहल्ले को दो भागों में बांट दिया गया. इसकी जानकारी चुनाव के समय ही लोगों को हुई. चाहकर भी कोई इसका विरोध नहीं कर सका. इस मुहल्ले में अधिकतर लोग रोज कमाने-खाने वाले हैं. इसके कारण किसी के पास इस समस्या के समाधान की पहल करने या उच्चाधिकारियों से शिकायत का समय नहीं है. इस कारण उक्त क्षेत्र के लोग सरकार की जन उपयोगी योजनाओं से वंचित हैं.
घटिया निर्माण से छोटे नाले पर बना पुलिया धंसा
झारखंड बस्ती में एक छोटा नाला है, जो दक्षिण करनडीह पंचायत और पश्चिमी कालीमाटी पंचायत की सीमा रेखा है. उक्त छोटे से नाले पर 14वें वित्त आयोग की राशि से वर्ष 2019 में पुलिया का निर्माण कराया गया. लेकिन घटिया निर्माण के कारण एक वर्ष पहले बारिश में टूट गया. तब से मुहल्ले के लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है. लेकिन उसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है. उक्त पुलिया के धंस जाने के कारण दोपहिया और तीन पहिया वाहनों का आना-जाना बंद है. दक्षिण करनडीह पंचायत के वार्ड पांच के सदस्य बसंत खिलारी ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार बीडीओ और मुखिया से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. स्थानीय लोगों की रूचि नहीं लेने के कारण जन प्रतिनिधि भी मौन हैं.
पुलिया की जल्द कराई जाएगी मरम्मत : मुखिया
दक्षिण करनडीह पंचायत की मुखिया मानको हेम्ब्रम ने बताया कि 14वें वित्त आयोग की राशि से पीसीसी सड़क और नाले पर पुलिया का निर्माण 2019 में कराया गया था. लेकिन बरसात में पुलिया टूट गया. उन्होंने कहा कि उसकी मरम्मत के लिए पहल की गई है. जल्द ही पुलिया के टूटे हिस्से का निर्माण करा दिया जाएगा, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा हो.