विदेश सचिव ने कहा, पाकिस्तान ने यह झूठ फैलाया कि भारत ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन अटैक किया है,
NewDelhi : विदेश मंत्रालय ने आज शाम साढ़े 5 बजे प्रेस ब्रीफिंग की. विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर नयी जानकारी दी.
#WATCH | Delhi: Colonel Sofiya Qureshi says, “..Around 300 to 400 drones were used (by Pakistan) to attempt infiltration at 36 locations…Forensic investigation of the wreckage of the drones is being done. Initial reports suggest that they are Turkish Asisguard Songar drones…” https://t.co/JndIIgFNYh pic.twitter.com/J1wc4gYPDQ
— ANI (@ANI) May 9, 2025
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान अपने हमलों की जिम्मेदारी लेने के बजाय भारत पर ही बेहूदे और बेतुके आरोप लगा रहा है कि भारतीय सेना अपने ही शहरों जैसे अमृतसर को निशाना बना रही है और पाकिस्तान को दोषी ठहरा रही है.’
उन्होंने कहा कि ‘यह कोई नई हरकत नहीं है, पाकिस्तान का इतिहास ऐसे झूठ और चालबाजियों से भरा पड़ा है
विदेश सचिव ने कहा, पाकिस्तान ने यह झूठ फैलाया कि भारत ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन अटैक किया है, जबकि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत और बेहूदा आरोप है.’ विदेश सचिव ने साफ किया कि पाकिस्तान का असली इरादा ‘इस पूरे मामले को साम्प्रदायिक रंग देकर भारत के भीतर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का है.’
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत में 36 स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी. शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस हमले में तुर्की में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया गया.
भारतीय वायुसेना ने इस हमले का तत्काल जवाब देते हुए एक ड्रोन काउंटर अटैक किया, जिसमें पाकिस्तान की सर्विलांस रडार प्रणाली को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया.
सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान की सेना को इस जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान हुआ है और यह उसके सैन्य अभियान के लिए एक बड़ा झटका है.
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी गोलीबारी की. घुसपैठ की कोशिश की गयी. तंगधार, उरी और उधरपुर में भारी गोलीबारी हुई. पाकिस्तान की गोलीबारी से नुकसान हुआ है.
उन्होंने तस्वीर दिखाते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने भारी संयम दिखाया है. कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 7-8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पूरी पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया.
इतना ही नहीं, पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारी कैलिबर के हथियारों से भी गोलीबारी की. 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश करने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया.
भारतीय सशस्त्र बलों ने गतिज और गैर-गतिज साधनों का उपयोग करके इनमें से कई ड्रोन को मार गिराया. इस तरह के बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का संभावित उद्देश्य वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी एकत्र करना था.
ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है. शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि वे तुर्की अस्सिगार्ड सोंगर ड्रोन हैं.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने 7 मई को रात 8:30 बजे एक असफल ड्रोन और मिसाइल हमला करने के बावजूद अपना नागरिक हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया.
कहा कि पाकिस्तान नागरिक विमान को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, यह अच्छी तरह से जानते हुए कि भारत पर उसके हमले से भारत को तीव्र वायु रक्षा प्रतिक्रिया मिलेगी.
व्योमिका सिंह ने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास उड़ान भरने वाले अंतरराष्ट्रीय विमान सहित अनजान नागरिक विमानों के लिए सुरक्षित नहीं है. कहा कि हमने अभी जो स्क्रीनशॉट दिखाया है, उसमें पंजाब सेक्टर में उच्च वायु रक्षा चेतावनी स्थिति के दौरान एप्लीकेशन फ्लाइट रडार 24 का डेटा दिखाया गया है.
जैसा कि आपने देखा है, हमारे घोषित बंद के कारण भारतीय पक्ष का हवाई क्षेत्र नागरिक हवाई यातायात से पूरी तरह से रहित है. हालांकि, कराची और लाहौर के बीच हवाई मार्ग पर नागरिक एयरलाइनें उड़ान भर रही हैं. कहा कि भारतीय वायु सेना ने काफी संयम दिखाया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय नागरिक वाहकों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है
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