531 अंकों की गिरावट के साथ बंद, निफ्टी भी 133 अंक लुढ़का
महंगे ब्याज दर पर ले रहा कर्ज
पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के जुलाई-दिसंबर के दौरान इमरान खान सरकार को कई वित्तपोषण स्रोतों से बाहरी कर्जों के रूप में 5.7 बिलियन डॉलर की राशि मिली है। दिसंबर में पाकिस्तान सरकार ने विदेशों से 1.2 बिलियन डॉलर प्राप्त किए, जिसमें वाणिज्यिक बैंकों से महंगे ब्याज पर ली गई 434 मिलियन डॉलर की राशि भी शामिल है।सऊदी और यूएई ने वापस मांगा अपना कर्ज
पाकिस्तान में हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए भी पैसों के लाले पड़ रहे हैं. पाकिस्तान का सबसे बड़ा कर्जदाता सऊदी अरब और यूएई अपने कई बिलियन डॉलर के कर्ज को वापस मांग रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान का जिगरी दोस्त चीन भी अब पाकिस्तान को कर्ज देने में टालमटोल कर रहा है.पिछली सरकार पर दोष मढ़ रहे इमरान खान
प्रधानमंत्री इमरान खान ढाई साल सरकार चलाने के बाद भी देश के खस्ता आर्थिक हालात के लिए पिछली सरकारों को जिम्मेदार बता रहे हैं, जबकि इमरान खान सरकार की लचर आर्थिक सुधारों के चलते साल 2020 के अंत तक पाकिस्तान का कुल कर्ज 11.5 फीसदी सालाना की दर से बढ़कर 35.8 ट्रिलियन रुपये तक पहुंच गया है, जिसके बाद खुद की गलतियों के पिछली सरकारों पर डालते हुए पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने कहा कि पिछली सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश को अत्याधिक विनिमय दर और अत्यधिक उधारी का सामना करना पड़ रहा है. इसे भी पढ़ें -अंबानी,">https://lagatar.in/ambani-adani-poonawala-azim-premji-and-mittal-became-more-wealthy-by-the-way-of-the-poor-oxfam/20737/">अंबानी,अडाणी, पूनावाला, अजीम प्रेमजी व मित्तल हुए और अमीर, गरीब वैसे के वैसे: Oxfam

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