Pakur : राज्य के पाकुड़ जिले से अब टू चाइल्ड पॉलिसी लागू करने की मांग उठने लगी है. इसे लेकर बीते दिनों सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं नागरिकों की ओर से रेलवे मैदान में स्वागत समारोह हुआ. समारोह में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष हिसाबी राय और विभाग प्रभारी विश्वनाथ भगत को माला पहनाकर सम्मानित किया गया. मौके पर भाजपा नेता अनुग्राहित प्रसाद साहा ने कहा कि जनसंख्या समाधान फाउंडेशन आज समय की मांग है. इस संगठन का मूल उद्देश्य देश में अबाध गति से बढ़ रही जनसंख्या को रोकने के लिए टू चाइल्ड पॉलिसी को लागू कराना है. इसके लिए देश में एक कड़ा कानून बने. विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से भारत का दूसरा स्थान है.
इसे भी पढ़ें – हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, भाजपा के खिलाफ एक साथ आना क्षेत्रीय दलों के लिए संभव नहीं, कांग्रेस के पास पीएम मोदी जैसा लीडर नहीं
कई नेता लगातार टू चाइल्ड पॉलिसी की मांग उठाने लगे है.
बता दें कि बीते कुछ सालों से भाजपा के कई नेता लगातार टू चाइल्ड पॉलिसी की मांग उठाने लगे है. असम की पूर्ववर्ती सर्बानंद सोनोवाल सरकार ने तो अक्टूबर 2019 को यह फैसला लिया है कि राज्य में उन व्यक्तियों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी, जिनके दो से ज्यादा बच्चे हैं. राज्य कैबिनेट में भी इस बाबत लाये प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है.
इसे भी पढ़ें –लातेहार : लॉकडाउन गाइडलाइन का उल्लंघन किये जाने पर डीसी ने दिया कार्रवाई का निर्देश
देश में जनसंख्या अबाध गति से बढ़ रही है
अनुग्राहित प्रसाद साहा ने कहा कि देश में जनसंख्या अबाध गति से बढ़ रही है, इसके कारण देश में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही है. आज देश के समक्ष जितनी भी समस्याएं हैं सभी समस्याओं के मूल में जनसंख्या वृद्धि है. जनसंख्या के तीव्र गति से बढ़ने के कारण सीमित संसाधनों पर जनसंख्या का बोझ बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण देश के समक्ष अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही है.
इसे भी पढ़ें –गोड्डा : पथरगामा और महागामा में जलापूर्ति समस्या से जूझ रहे ग्रामीण, विधायकों से समाधान की उठ रही मांग
सरकार का काम अनियंत्रित जनसंख्या के कारण अपर्याप्त साबित हो रहा
विश्वनाथ प्रसाद भगत ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी, भुखमरी शिक्षा, स्वास्थ्य, विधि व्यवस्था, भ्रष्टाचार इत्यादि की जो समस्याएं बनी है. इसका एकमात्र कारण जनसंख्या वृद्धि ही है. ऐसा नहीं है कि इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार काम नहीं कर रही है, लेकिन अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि के कारण सब अपर्याप्त साबित हो रहे हैं. जनसंख्या वृद्धि को नहीं रोका गया तो कोई भी सरकार उक्त समस्याओं का समाधान नहीं कर पाएगी.
इसे भी पढ़ें –गोड्डा : 600 आदिवासी व अन्य समुदायों में बांटा गया मास्क व सेनिटाइजर, वैक्सीन लेने की अपील जारी