मेदिनीनगर (पलामू) : राष्ट्रीय परशुराम युवा वाहिनी के तत्वावधान में स्थानीय कोयल नदी से हाउसिंग कॉलोनी यज्ञ स्थल के लिए निकली जल यात्रा भव्यता से भरी रही. जल यात्रा का नेतृत्व प्रख्यात श्रीमद् भागवत कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने किया. बैंड बजा, पारंपरिक वाद्ययंत्र धूतुंगा व शंख की ध्वनि के साथ जल यात्रा शुरू हुई. देवकीनंदन ठाकुर एक ओपन कार में सवार होकर जल यात्रियों के आगे आगे चल रहे थे. साथ ही सभी श्रद्धालुओं समेत आम लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे. हाथों व माथे पर कलश लिए महिलाएं व युवतियां राधे-राधे का जयकारा लगा रही थी. जल यात्रा का संचालन आशीष भारद्वाज व धीरेंद्र तिवारी ने किया. जल यात्रा पोस्ट ऑफिस रोड से छहमुहन तक पहुंची. इसके बाद ओवर ब्रिज से रेड़मा चौक होते हुए हाउसिंग कॉलोनी स्थित यज्ञशाला पहुंची.
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कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर का भव्य स्वागत
इस बीच पूरे रास्ते भर श्रद्धालुओं पर हैलीकॉप्टर से फूलों की बारिश होती रही. जल यात्रा में शामिल महिला-पुरुष श्रद्धालु गदगद नजर आए. इसके पूर्व हाउसिंग कॉलोनी स्थित यज्ञशाला से हजारों की संख्या में युवतियां व महिलाएं कलश लेकर कोयल नदी तट पर पहुंची थी. इसका नेतृत्व यज्ञ समिति के संरक्षक अर्जुन पांडेय उर्फ गुरु पांडेय, अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी महासचिव शैलेश दुबे व यज्ञशाला प्रभारी कृष्णकांत चौबे ने किया. जल यात्रा में उमड़ी भारी भीड़ को संभालना पुलिस के लिए चुनौती बना रहा. जल यात्रा के रास्ते में पूरे ट्रैफिक को व्यवस्थित किया किया गया था. पलामू, गढ़वा व लातेहार जिले के कई गांव से लगभग 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जल यात्रा में भाग लिया. महिलाओं व युवतियों को देवकीनंदन ठाकुर, गौरवानंद जी व योगाचार्य उदितानंद महाराज समेत यज्ञ उपाचार्य मृत्युंजय शास्त्री समेत 22 विद्वान ब्राह्मणों ने मंत्र उच्चारण कर कलश में जल भरन कराया. इसके पश्चात देवकीनंदन ठाकुर ने श्रद्धालुओं पर सप्त नदियों के पवित्र जल का छिड़काव कर जल यात्रा की शुरुआत कराई. यज्ञशाला में 11 यजमानों ने सपत्नीक मंत्रोंच्चारण के साथ कलश स्थापित किया. गौरवानंद महाराज के सानिध्य में ब्रह्मचारी उदितानंद के नेतृत्व में उपाचार्य मृत्युंजय शास्त्री ने मुख्य यजमान प्रभात रंजन पांडेय व रंजन पांडेय, देववंश तिवारी व मधुमालिनी तिवारी, शैलेश दुबे व सुनीता दुबे, संजय मिश्रा व रीना मिश्रा, रविंद्र पांडेय व सविता देवी, कमेश ओझा व संगीता ओझा, सोनू मिश्रा व आरुषि पाठक, अवध प्रसाद व उर्मिला देवी, हृदयानंद दुबे व तारा देवी, रामचंद्र दुबे व अर्चना दुबे एवं अमित पांडेय ने सपत्नीक यज्ञशाला में कलश स्थापित कराया.
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