alt="" width="600" height="400" /> शिकायत पत्र[/caption] कहा कि प्रखंड में 14वें वित्त आयोग अनुदान मद के रुपए का कोई हिसाब नहीं है. न ही इतनी बड़ी राशि खर्च का कोई भी वाउचर पंचायत व प्रखंड कार्यालय में है. इससे प्रतीत होता है कि एक बड़ी राशि का घोटाला किया गया है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी को शिकायत की जा रही है. लेकिन उनके द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही. इस मामले को प्रथम अपीलीय पदाधिकारी और राज्य सूचना आयोग में भी ले जाया गया है. इस पर जांच का इंतजार है. देखें विडीयो-
खर्च का नहीं मिल रहा हिसाब
मेहता ने कहा कि डीआरडीए निदेशक को दिए आवेदन में बिना वाउचर के रूपये खर्च करने की बात लिखी है. पंचायत सचिव पर विलंब से सूचना देने के कारण लगभग 76 हजार वसूली करने की भी शिकायत की गई है. नावाबाजार बीडीओ ने यह राशि किस खाते में जमा कराया है. यह जांच का विषय है. ऐसे कई सवाल हैं, जिसका जवाब जांच के बाद ही सामने आ पायेगा. इसे भी पढ़ें- कोडरमा">https://lagatar.in/koderma-fire-in-moving-car-people-broke-glass-and-pulled-out-unconscious-driver-sent-to-hospital/26206/">कोडरमा: चलती कार में लगी आग, लोगों ने शीशा तोड़कर बेहोश चालक को निकाला बाहर, भेजा अस्पताल

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