-झांड़ फूंक में समय गंवाने से जा सकती है जान
-सांप काटता है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंचें
Shakeel Ahmed
Lohardaga: बरसात के आते ही जहरीले सांपों का झुंड अपने मांद से बाहर निकलना शुरु कर देता है. बीते रविवार को भंडरा प्रखंड में यह देखने को भी मिला. भंडरा प्रखंड क्षेत्र में विशालकाय कोबरा सांप ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. जिससे लोगों में दहशत है. बारिश के मौसम में सांप काटने के मामले बढ़ जाते हैं. जिला अस्पताल में बारिश के दौरान एक ही दिन में दर्जनों मामले तक आ जाते हैं. ऐसे में बारिश के मौसम में सावधान रहना और सुरक्षित रहना जरूरी है. किसी को सांप कांट लेता है तो उसे तुरंत चिकित्सा सहायता के अस्पताल ले जाएं और अपना इलाज कराएं. मरीज और परिवार वाले अक्सर सांप के काटने से घबरा जाते हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि केवल 10 फीसदी सांप ही जहरीले होते हैं. ,
विशेषज्ञ की ये है राय
इस संदर्भ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरा के स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि ज्यादातर लोग सांप के काटने पर जहर से कम और दहशत में ज्यादा आ जाते हैं. लोग अपनी सूझ-बूझ खो देते हैं, इससे मौत हो जाते हैं. उन्होंने लोगों को सलाह दी है कि यदि किसी को सांप काटता है तो वह बिना देरी किए तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में पहुंचें. जहां एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद हो. झाड़-फूंक में अपना समय व्यर्थ न करें और यदि आसपास कोई डॉक्टर नहीं है तो बिना देरी किए शीघ्र जिला अस्पताल पहुंचें.
घर को सुरक्षित करने के लिए करें ये उपाय
उन्होंने सलाह देते हुए कहा है कि लोगों को अपने घर के सभी खुले स्थानों को बंद कर देना चाहिए, ताकि किसी भी रास्ते से सांप घर में प्रवेश न कर सके. सांप के काटने के अधिकतर मामले घरों के अंदर ही से आते हैं. उन्होंने बताया कि घर के आसपास व दीवार के साथ पत्थर, लकड़ी व कूड़े-कचरे के ढ़ेर भी एकत्रित नहीं होने देना चाहिए. साथ ही अंधेरे वाले स्थानों में बिना टॉर्च और रोशनी के भी नहीं जाना चाहिए. सर्पदंश पर बिना घबराए 108 एम्बुलेंस में फोन करना चाहिए, साथ ही जल्द से जल्द अस्पताल में पहुंचना चाहिए.
सांप के काटने पर ये करें
सांप काटने पर बिना घबराए पीड़ित को अपने शरीर को अधिक हिलाना नहीं चाहिए, जिसमें सर्पदंश वाले स्थान को बिल्कुल शांत रखना चाहिए. सबसे पहले 108 एम्बुलेंस को फोन करना चाहिए, साथ ही जितना जल्दी हो सके, अस्पताल में मरीज को एडमिट करें. उस अस्पताल में पहुंचना चाहिए जिस अस्पतालों में एंटी स्नैक विनम वैक्सीन की सुविधा रखी गई है. ये सुविधा एम्बुलेंस 108 में भी प्रदान की गई है. साथ ही पीड़ित को इस दौरान कुछ भी खिलाना-पिलाना नहीं चाहिए. जिले के सभी अस्पतालों मेडिकल कॉलेजों, सिविल व सीएचसी में एंटी स्नैक विनम वैक्सीन रखी गई है. साथ ही आईसीयू की सुविधा वाले स्थानों में वेंटिलेटर की व्यवस्था रहती है.
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