Ashish Tagore
Latehar: लातेहार को लोहरदगा जिला से जोड़ने वाली पानो नदी पर पुल निर्माण का कार्य पिछले तीन साल में भी पूरा नहीं हो पाया है. लातेहार व लोहरदगा जिला के सीमाना में अविस्थत पेशरार पंचायत के पहले पड़ती है पानो नदी. इस नदी पर साल 2021 में ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा पुल निर्माण कार्य शुरू कराया गया था. लेकिन इन तीन सालों में भी इस पुल को पूरा नहीं किया सका है. पुल के सिर्फ स्तंभों को खड़ा किया जा सका है. ग्रामीण बताते हैं कि संवेदक के द्वारा छह माह किसी प्रकार कार्य को किया गया, उसके बाद संवेदक ने कार्य बंद कर दिया.
संवेदक को रिमाइंडर दिया गया हैः कार्यपालक अभियंता
इस संबंध में पूछे जाने पर ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ओम प्रकाश बड़ाईक ने कहा कि संवेदक को रिमाइंडर दिया गया है. रिमांइडर के बाद संवेदक ने कार्य प्रारंभ भी किया था, लेकिन बरसात के कारण काम बंद कर दिया गया. संवेदक ने बरसात बाद काम शुरू करने की बात कही है. अगर संवेदक के द्वारा काम शुरू नहीं किया जाता है तो उसे टर्मिनेट की कार्रवाई की जायेगी.
रिचुघुटा से गुजरने के बाद सड़क जर्जर हो गयी है
बता दें कि मक्का, मुरमू, सीरम, मांची और पसांगन समेत कई गांवों का लोहरदगा जिला मुख्यालय तक जाने का यही एक मात्र रास्ता है. ये सभी गांव लातेहार प्रखंड से सटे हैं और लोहरदगा जिला में पड़ते हैं. लातेहार से रिचुघुटा तक सड़क सही है. रिचुघुटा से गुजरने के बाद सड़क जर्जर हो गयी है. बरसात के कारण सडक बह गयी है. इस सड़क से छोटी चार पहिया वाहनो का गुजरना मुश्किल है. उस पर आगे बढ़ने पर मिलती है पानो नदी.
अन्य मौसम में तो वाहन यहां से गुजर जाते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में इस नदी से वाहनों का गुजरना मुश्किल हो जाता है. पेशरार पंचायत वासियों को बरसात में लातेहार जिला मुख्यालय आने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि रिचुघुटा एक रेलवे स्टेशन है. यहां हिंडाल्को का बॉक्साईट ट्रेनों में लोड होता है. प्रतिदिन रिचुघुटा रेलवे स्टेशन में इन गांवों में जाने वाले सैकड़ो यात्री ट्रेनो से उतरते हैं. एक तो जर्जर सड़क और दूसरा पानो नदी पर पुल नहीं होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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