Ranchi : रांची पुलिस ने बबलू सागर मुंडा पर फायरिंग और जेएमएम नेता मदन साहू की हत्या मामले में बीते दिन टीपीसी उग्रवादी नीरज भोक्ता को जेल भेजा. इस बीच नीरज भोक्ता की ऐसी कई तस्वीरें मिली है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या उसके ताल्लुकात झारखंड के कई मंत्रियों और विधायकों से भी है. कई मामलों में वांटेड रहने के बाद भी वह खुलेआम घूमता रहा और मंत्रियों, विधायकों और कांग्रेसी नेताओं के साथ फोटो खिंचवाता रहा. हालांकि रांची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया.
तस्वीरों में नेताओं साथ नजर आ रहा नीरज भोक्ता
जो तस्वीरें हैं, उसमें से एक तस्वीर में नीरज भोक्ता सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ किसी कार्यक्रम के उद्घाटन में दीप प्रज्वलित कर रहा है. दूसरी तस्वीर में वह तत्कालीन मंत्री आमलगीर आलम के साथ नजर आ रहा है. तीसरी तस्वीर में टीपीसी उग्रवादी कांग्रेस के कद्दावर नेता सुबोधकांत सहाय के बगल में बैठकर उनसे बातचीत करता दिखा रहा है. चौथी तस्वीर में वह पूर्व सांसद अजय कुमार के साथ भी नजर आ रहा है. पांचवीं तस्वीर में नीरज भोक्ता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ मंच पर बैठ कर किसी कार्यक्रम में बात कर रहा है. इसके अलावा तस्वीरों में मंत्री रामेश्वर उरांव, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, अंबा प्रसाद के आस-पास टीपीसी उग्रवादी दिख रहा है.
देखें तस्वीरें…
रामेश्वर उरांव को बुके देते हुए
नीरज भोक्ता के कहने पर जेएमएम नेता मदन साहू की हुई हत्या
रांची पुलिस ने मार्च 2022 में भीखन गंझू को गिरफ्तार किया था. पुलिस के समक्ष उसने खुलासा किया था कि नीरज भोक्ता के कहने पर मदन साव की हत्या की गयी थी. भीखन गंझू ने कहा था कि मदन साव कोलियरी माइंस विस्थापित कमेटी मजदूर संघ के नेता थे. वह मजदूरों के हितों के लिए काम करते थे. मजदूर के कल्याण के लिए माइंस से राशि मिलती थी. जिसमें नीरज भोक्ता अड़चन लगा रहा था. इसको लेकर नीरज भोक्ता और मदन साव के बीच एक मीटिंग भी हुई थी, जिसमें नीरज भोक्ता अपनी बात मनवाने के लिए मदन साव पर दबाव बना रहा था. लेकिन उसने इसका विरोध किया. इसी बात को लेकर नीरज और मदन के बीच विवाद शुरू हुआ. नीरज ने मदन साव को देख लेने की धमकी भी दी. भीखन गंझू ने बताया था कि दोनों के बीच विवाद होने के बाद नीरज भोक्ता उसके पास आया और कहा कि मदन साव को रास्ते से हटाना है. इसके बाद भीखन के आदेश पर दो उग्रवादियों ने मदन साव की गोली मारकर हत्या कर दी.
बबलू मुंडा ने 200 करोड़ रख लिया था, इसलिए उस पर चली थी गोली
भीखन गंझू ने बताया था कि टंडवा के उप प्रमुख बबलू मुंडा ने 200 करोड़ रूपये रख लिया था, इसलिए उस पर गोली चली थी. टीपीसी के जोनल कमांडर भीखन गंझू के कहने पर 29 सितंबर 2021 को कांके ब्लॉक चौक के पास बबलू मुंडा पर गोलीबारी हुई थी. भीखन गंझू ने लातेहार जिला के मुरपा के रहने वाले इरफान को इस काम के लिए 25 लाख की सुपारी दी थी. इरफान ने बबलू मुंडा पर गोलीबारी करने के लिए स्थानीय अपराधियों का साथ दिया था. घटना को अंजाम देने के लिए एके-56 हथियार भी भीखन ने नीरज भोक्ता के माध्यम से उपल्ब्ध करायी थी.
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