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AMU में पीएम मोदी ने कहा, आप सब नागरिक संविधान से मिले अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें, इतिहासकार इरफान हबीब ने निशाना साधा

NewDelhi : सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही सबसे बड़ा मंत्र है. जो देश का है, वो सभी देशवासी है और उसका लाभ हर किसी को मिलना चाहिए. यह विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के शताब्दी समारोह में मंगलवार को व्यक्त किये. बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शताब्दी समारोह में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कई बातें रखीं. लेकिन इतिहासकार इरफान हबीब ने नरेंद्र मोदी के एएमयू आने की आलोचना की है. कहा कि उनका आना कोई गर्व की बात नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाये हैं. एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसे भी पढ़ें : लंदन">https://lagatar.in/lockdown-in-london-the-world-is-probably-ahead/11487/">लंदन

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सर सैयद का संदेश कहता है कि हर किसी की सेवा करें

कहा कि सर सैयद का संदेश कहता है कि हर किसी की सेवा करें, चाहे उसका धर्म या जाति कुछ भी हो. ऐसे ही देश की हर समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना जरूरी है, आज हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के विकास का लाभ मिल रहा है. आप सब  नागरिक संविधान से मिले अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें. राजनीतिक हलकों में पीएम मोदी के इस बयान को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा दिये उस बयान को जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने देश की संपत्ति पर अल्पसंख्यकों के पहले अधिकार की बात कही थी. इसे भी पढ़ें : स्टडी">https://lagatar.in/study-revealed-mens-life-is-more-at-risk-from-corona-than-women-read-report/11433/">स्टडी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के कामों को गिनाया

शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के कामों को गिनाया. साथ ही उन योजनाओं को गिनाया जिसके जरिए देश के हर नागरिक को लाभ मिल रहा है. लाल बहादुर शास्त्री के बाद नरेंद्र मोदी ही ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया है. इस मौके पर उन्होंने एक डाक टिकट भी जारी किया. अपने भाषण के कआम में पीएम मोदी ने खास तौर पर मुस्लिम बेटियों की शिक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि पहले मुस्लिम बेटियों का स्कूल ड्रॉपआउट रेट जो 70 फीसदी था, वो घटकर 30 फीसदी रह गया है. उन्होंने इसका श्रेय लेते हुए कहा कि भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन  के तहत स्कूलों में शौचालयों का निर्माण करवाया गया है. मोदी ने कहा कि एएमयू में भी अब लड़कियों की संख्या बढ़कर 35 फीसदी हो गयी है, इसके लिए मैं आपको बधाई देना चाहूंगा. इसे भी पढ़ें :पश्चिम">https://lagatar.in/west-bengal-mamta-attacked-amit-shah-said-bjp-cheating-party-will-rally-in-birbhum-on-29-december/11370/">पश्चिम

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मनमोहन ने कहा था...

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यूपीए के पहले कार्यकाल में एक बयान दिया था, जिसपर काफी विवाद हुआ था. खबरों के अनुसार दिसंबर, 2006 में राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के अल्पसंख्यकों का यहां के संसाधनों पर पहला हक है. जबकि मोदी ने कहा कि आज हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के विकास का लाभ मिल रहा है, चाहे उसका धर्म या जाति कुछ भी हो.

  इतिहासकार  हबीब ने नरेंद्र मोदी के एएमयू आने की आलोचना की

इतिहासकार इरफान हबीब ने नरेंद्र मोदी के एएमयू आने की आलोचना की है. कहा कि उनका आना कोई गर्व की बात नहीं है.  यह यूनिवर्सिटी है और यहाँ स्कॉलर आते रहते हैं. इस क्रम में इरफ़ान ने आरोप भी लगाया  कि प्रधानमंत्री प्राचीन संस्कृति के नाम पर देश को गुमराह कर रहे हैं. इसलिए यह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए गर्व की बात तो नहीं लगती है. कहा कि अभी उत्तर प्रदेश में लव जिहाद कानून पास हुआ है और प्रधानमंत्री इसको चुपचाप देख रहे हैं. इरफ़ान ने  कहा कि आरएसएस तो आजादी के पहले से ही यह मानता रहा है कि मुसलमान उनके दुश्मन हैं और बीजेपी के लोग इसका इस्तेमाल वोट बटोरने के लिए करते हैं. इसलिए उनके यहाँ आने से विश्वविद्यालय को कोई गर्व नहीं होगा.  हालाँकि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने पीएम मोदी के इस समारोह में शामिल होने का स्वागत किया है.