ममता बनर्जी 28 और 29 मई को हेलिकॉप्टर से तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी.
NewDelhi : चक्रवातीय तूफान यास के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को तूफान प्रभावित पश्चिम बंगाल और ओडिशा का दौरा करेंगे. हवाई सर्वेक्षण के बाद पीएम बंगाल में तूफान को लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं. बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ कलाईकुंडा वायु सेना स्टेशन पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेंगे. राज्यपाल धनखड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री राज्य में चक्रवात यास प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. साथ ही राज्यपाल राज्य सरकार के साथ प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में शामिल होंगे. ममता बनर्जी 28 और 29 मई को हेलिकॉप्टर से तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी.
खबर है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कलाईकुंडा वायु सेना स्टेशन में पीएम मोदी से मुलाकात करेंगी. दोनों नेताओं के बीच चक्रवात यास से हुए नुकसान से संबंधित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. सबसे पहले पीएम ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचकर समीक्षा बैठक करेंगे. फिर प्रधानमंत्री बालासोर, भद्रक और पूर्वी मेदिनीपुर का हवाई सर्वे करेंगे.
उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश
चक्रवात यास के प्रभाव की वजह से उत्तरी ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश हुई है, मौसम विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी. भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि क्योंझर के जोडा में पिछले 24 घंटे में 268.6 मिमी बारिश दर्ज की गयी. इसके बाद मयूरभंज जिले के जशीपुर इलाके में 254.8 मिमी बारिश हुई सुंदरगढ़ के लाठीकाटा में 213 मिमी, भद्रक के वासुदेवपुर में 195, जाजपुर के चंडीखोल में 177 मिमी और देवगढ़ में 131 मिमी बारिश हुई.
दक्षिण पश्चिम मॉनसूनकेरल में 31 मई तक पहुंचने के आसार हैं
मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण पश्चिम तथा पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के और हिस्सों की ओर बढ़ गया है. इसके केरल में 31 मई तक पहुंचने के आसार हैं. मौसम विभाग ने कहा, दक्षिण पश्चिम मॉनसून 27 मई की सुबह मालदीव-कोमोरिन इलाके, दक्षिण पश्चिम तथा पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों की ओर, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के अधिकतर हिस्सों और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों की ओर बढ़ गया है. केरल में मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीख एक जून है.
ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से गुजरने के बाद कमजोर हुआ चक्रवात यास
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के निदेशक आनंद शंकर ने बताया कि अति गंभीर चक्रवात ‘यास’ ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से 26 मई को पार करने के बाद कमजोर हो गया है. वर्तमान में यह एक कम दबाव के क्षेत्र के रूप में झारखंड और बिहार के ऊपर स्थित है. इसके और कमजोर पड़ने और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढने का अनुमान है.
बिहार में दो दिन तक तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के निदेशक आनंद शंकर के अनुसार कम दबाव के मौसमी प्रभाव के कारण राज्य में अगले 48 घंटे के दौरान हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है. इस दौरान हवा की अधिकिम गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी. इसके साथ ही राज्य के दक्षिण तथा पूर्वी हिस्सों में अगले 24 घंटे और राज्य के मध्य हिस्से में कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी है.