Aligarh : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अलीगढ़ जा रहे हैं. वहां पीएम मोदी राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार पीएम आज मंगलवार को अलीगढ़ पहुंचकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर स्थापित होने वाले विश्वविद्यालय की नींव रखेंगे. यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ से करीब 40 किलोमीटर दूर बन रहा है. इससे पूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अलीगढ़ के लोढ़ा इलाके में आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों को देखा.
राजा ने एएमयू की स्थापना के लिए जमीन दान की थी
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की भाजपा की पुरानी मांग है. उनकी दलील थी कि राजा ने एएमयू की स्थापना के लिए जमीन दान की थी. यह मामला तब उठा था जब एएमयू के अधीन सिटी स्कूल की 1.2 हेक्टेयर जमीन की पट्टा अवधि समाप्त हो रही थी और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के कानूनी वारिस इस पट्टे की अवधि का नवीनीकरण नहीं करना चाहते थे. उसी को देखते हुए पीएम मोदी स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एएमयू की बगल में बनने वाले नये विवि की आधारशिला रखने जा रहे हैं.
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योगी सरकार उस महान हस्ती को श्रद्धांजलि दे रही है
इस कार्यक्रम को लेकर उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना कर योगी सरकार उस महान हस्ती को श्रद्धांजलि दे रही है जिसने भारत की आजादी की लड़ाई लड़ते हुए अपने जीवन के तीन दशक निर्वासित होकर बिताये. बताया कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह वर्ष 1915 में काबुल में स्थापित भारत की पहली प्रोविजनल सरकार के राष्ट्रपति भी थे. उस सरकार का गठन विभिन्न अफगान कबीलों के प्रमुखों तथा जापान समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों की मदद से किया गया था. श्री शर्मा ने बताया कि आजादी के बाद भारत लौटने पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने अनेक शिक्षण संस्थानों की स्थापना में अहम भूमिका निभाई.
चार साल में 11 नये विश्वविद्यालय
उप मुख्यमंत्री के अनुसार योगी सरकार ने पिछले चार वर्षों में प्रदेश में 11 नये राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना की है. जान लें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे से पहले शर्मा गौतम बौद्ध नगर के जेवर विधानसभा क्षेत्र में विधायक धीरेंद्र सिंह के साथ थे, जहां उन्होंने बूथ स्तर पर भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकारों के शासनकाल में उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गयी थी. हमारी शिक्षा प्रणाली को सम्मान की नजरों से नहीं देखा जाता था और इसे सी ग्रेड में रखा जाता था. लेकिन पिछले साढ़े चार साल के अथक प्रयासों के बाद प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था देश के लिए मिसाल बन गयी है.
जनसंघ के अटल बिहारी बाजपेयी को हराकर सांसद बने थे.
राजा महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र थे और वह एक दिसंबर 1915 को काबुल में स्थापित भारत की पहली प्रोविजनल सरकार के राष्ट्रपति भी थे. मुरसान राज परिवार से संबंध रखने वाले राजा ने दिसंबर 1914 में सपरिवार अलीगढ़ छोड़ दिया था और करीब 33 वर्षों तक जर्मनी में निर्वासन में रहे. वह आजादी के बाद 1947 में भारत लौटे और 1957 में मथुरा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जनसंघ के प्रत्याशी अटल बिहारी बाजपेयी को हराकर सांसद बने थे.