Kolkata : पीएम नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को पश्चिम बंगाल चुनाव के पुरुलिया में रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पुरुलिया की सांस्कृतिक विरासत को याद करते हुए कहा कि यह पवित्र भूमि है. कहा कि दीदी को पुरुलिया और जंगल महल के लोगों का साफ संदेश है- खेला चोलबे ना.
पीएम मोदी ने ममता की चोट का जिक्र कर कहा. हम चाहते हैं कि दीदी जल्दी से ठीक हों. पीएम मोदी ने यहां बाटला एनकाउंटर, पुलवामा हमले का जिक्र कर ममता पर निशाना साधा. कहा कि दिल्ली की अदालत ने बाटला हाउस का ऐतिहासिक फैसला सुनाया, जनता भूली नहीं है कि दीदी किसके साथ खड़ी थीं. कहा कि दीदी आपने देश की सेना पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया था.
जब दीदी को चोट लगी तो हमें चिंता हुई
मोदी ने कहा, दीदी अपनी खीज मुझ पर निकाल रही हैं. वो क्या-क्या नहीं कह रहीं. वह भाजपा के कार्यकर्ताओं पर भी भड़की हुई हैं. लेकिन हमारे लिए तो देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी हैं, जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में रचा-बसा है, इसलिए, जब दीदी को चोट लगी तो हमें चिंता हुई. मेरी भगवान से प्रार्थना है कि उनके पैरों की चोट जल्द से जल्द ठीक हों.
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बीजेपी का साथ देने पर गोलियां मारी गयी, फांसी पर लटका दिया गया
मोदी ने स्थानीय प्रशासन, बंगाल की पुलिस से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र और संविधान को सर्वोपरि रखें. कहा कि बीजेपी का साथ देने पर गोलियां मारी गयी, फांसी पर लटका दिया गया. दीदी किस तरह का राज चला रही हैं. जो अपराधी हैं, माफिया है, घुसपैठिये है वो खुलेआम घूम रहे हैं. कहा कि दो मई को बीजेपी की सरकार बनने के बाद हर अत्याचारी पर कानूनी कार्रवाई होगी
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अपनी हार को दीदी अच्छे से समझ रही हैं
पीएम ने कहा कि अपनी हार को दीदी अच्छे से समझ रही हैं. इसलिए कह रही हैं कि खेला होबे-खेला होबे. इसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा दीदी ओ दीदी, बीजेपी बोलेःस्कूल होबे. दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले- ग्रामे-ग्रामे सुविधा होबे, अस्पताल होबे, सोनार बांग्ला होबे. महिला उत्थान होबे, शिक्षा होबे, विकास होबे. पीएम मोदी ने कहा कि यहां तो आज पानी तक की कमी हो गयी है. महिलाओं को पानी के लिए दूर तक जाना पड़ता है.
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वामपंथियों ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिये गये
वामपंथियों ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिये गये. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि किस तरह यहां के युवाओं का हक तुष्टीकरण के नाम पर किसी और को दे दिया गया. ओबीसी समुदाय से आने वाले मेरे अन्य बंधुओं के साथ यहां विश्वासघात किया गया. मां, माटी और मानुष की बात करने वाली दीदी को अगर दलितों, पिछड़ों और वनवासियों के प्रति ममता होती तो वह ऐसा कभी न करतीं.
टीएमसी के जरिए गरीबों का हक लूटा जाता है
कहा कि दीदी की निर्मम सरकार ने माओवादियों की एक नयी नस्ल बना दी है, जो टीएमसी के जरिए गरीबों का हक लूटती है. पूरा बंगाल जानता है, कोयला माफिया, बालू माफिया को किसका संरक्षण मिला हुआ है. अपने राजनीतिक लाभ के लिए दीदी की सरकार माओवादी हिंसा को भी बढ़ावा देती है. इसका नुकसान गरीब लोगों को उठाना पड़ता है
अम्फान तूफान के वक्त जब जनता दीदी की तरफ देख रही थी, तब याद करिये ममता दीदी ने पार्टी ऑफिस में पैसे जमाने की शर्त रखी थी. केंद्र सरकार से पैसा भेजा जाता है, तो दीदी के तोलाबाजों ने उसमें भी घोटाला कर दिया