Ranchi: सीवरेज ड्रेनेज निर्माण का डीपीआर तैयार करने के लिए मैनहर्ट परामर्शी की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी और भ्रष्टाचार मामले में एसीबी ने गुरुवार शाम तत्कालीन नगर विकास मंत्री रघुवर दास सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बता दें कि उक्त मामले में 31 जुलाई को पूर्व मंत्री और विधायक सरयू राय ने एसीबी में लिखित शिकायत की थी. शिकायत के बाद ही एसीबी ने जांच की अनुमति के लिए मंत्रिमंडल निगरानी विभाग के पास अनुमति मांगी थी. जिसके बाद सरकार ने इस मामले में जांच की अनुमति दे दी थी. प्रारंभिक जांच में भ्रष्टाचार और गड़बड़ी से संबंधित तथ्य मिलने पर एसीबी प्राथमिकी दर्ज कर विधिपूर्वक कार्रवाई करेगी. सरयू राय की शिकायत में इस बात का उल्लेख था कि निविदा अनावश्यक रूप से विश्व बैंक की क्यूबीएस पर आमंत्रित की गई थी और इसके पीछे कोई षड्यंत्र था.
मैनहर्ट की नियुक्ति को पाया गया अवैध
सरयू राय की शिकायत के अनुसार निगरानी विभाग के तकनीकी परीक्षण कोशांग ने अपनी जांच में यह साबित कर दिया था कि चयन अधिक दर पर गलत तरीके से किया गया है. लेकिन रघुवर दास ने कार्यान्वयन समिति की जांच को प्रभावित और बाधित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा. इस मामले की निगरानी जांच के लिए 2009 में राज्यपाल के तत्कालीन सलाहकार ने निगरानी आयुक्त को आदेश दिया था.
11 वर्षों से जांच की मांग
बता दें कि मैन हर्ट मामले की जांच की मांग पिछले 11 वर्षों से की जा रही है. सरकार में रहते हुए भी भाजपा के विधायक रहे सरयू राय ने अपनी ही नेता और पार्टी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया था. सरयू राय का कहना है कि निविदा निष्पादन की प्रक्रिया में गड़बड़ी हुयी है इससे करोड़ों के सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ है.