Srinagar: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आधिकारिक तौर पर सोमवार को समापन हो गया. श्रीनगर में राहुल गांधी ने संबोधित करते हुए कहा कि कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब जाकर कश्मीर में खत्म हुई है. इस दौरान हमने 3700 किमी यात्रा पूरी की. इससे काफी कुछ सिखने और समझने को मिला. मैंने लोगों की परेशानीऔर दर्द को महसूस किया. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि मेरा अपना कुछ भी नहीं है. मैं बचपन से आज तक सरकारी घरों में ही रहा हूं. जो कुछ है वो देश का है, और देशवासियों ने ही मुझे दिया है.
राहुल ने बताया कैसा रहा सफर
राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने चेताया कि आप पर ग्रेनेड हमला हो सकता है. ‘मैंने कहा कि मैं 4 दिन में अपनी घर की ओर यात्रा करूंगा. मैंने नफरत करने वालों को मौका दिया कि मेरी टी-शर्ट का रंग बदल दो, इसे लाल कर दो. लेकिन मुझे श्रीनगर में ग्रेनेड नहीं मिला. लोगों ने प्यार और आंसुओं से स्वागत किया.’
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राहुल गांधी ने कहा कि ‘मैंने हिंसा देखी है, इसलिए मैं समझता हूं. नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने हिंसा नहीं देखी है.’ राहुल ने कहा कि ‘मैं गारंटी देता हूं कि बीजेपी का कोई नेता कश्मीर में नहीं चल सकता है, क्योंकि वो डरते हैं.’
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कई महिलाएं मुझसे मिलकर रोईं. उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदारों ने उनके साथ गलत काम किया. उन्होंने पुलिस से बताने के लिए भी मुझे मना किया. राहुल गांधी ने कहा कि ‘इसी रास्ते से काफी साल पहले मेरे पुरखे ऊपर से नीचे आए और गंगा किनारे इलाहाबाद गए. इसलिए जब श्रीनगर आया तो मुझे लगा कि मैं अपने घर जा रहा हूं.
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