NewDelhi/Kolkata : टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू द्वारा विपक्षी सांसदों के व्यवहार को अनियंत्रित बताते हुए जल्द कार्रवाई करने वाले बयान पर टिप्पणी की है. मोइत्रा ने ट्वीट कर राज्यसभा के सभापति से कहा, सर, कृपया अपने पद के साथ न्याय करें और तटस्थ रहें. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से पूछें कि वह मानसून सत्र के दौरान एक भी दिन क्यों नहीं आये. वे क्यों पेगासस से जुड़े सवालों से बचते रहे?
RS Chairman apparently to take action against “unruly” oppn MPs.
Sir- Please do your chair justice, be neutral & ask PM & HM why they didn’t attend for single day, answered no questions & refused Pegasus debate?
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) August 14, 2021
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विपक्षी दल पेगासस और कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर रहे
बता दें कि हंगामेदार मानसून सत्र के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. विपक्ष लगातार सदन के सभापति और अध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगा रहा है. जान लें कि मानसूत्र के दौरान विपक्षी दल पेगासस और कृषि कानून समेत कई मुद्दों पर लामबंद होकर मोदी सरकार पर हमलावर रहे. जबरदस्त हंगामे के बीच मानसून सत्र को अनिश्चितकाल तक स्थगित कर दिया गया. सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में जोरदार बवाल मचा.
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मारपीट के सीसीटीवी फुटेज सामने आये
संसद में विपक्षी सांसदों के मार्शलों के साथ कथित मारपीट के सीसीटीवी फुटेज सामने आये, जिसके बाद सदन के सभापति और उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सांसदों पर जल्द ही कार्रवाई करने की बात कही. कहा कि सदन चर्चा के लिए होता है, यहां राजनैतिक लड़ाई सभा पटल पर नहीं लड़ी जानी चाहिए. राज्यसभा में 10 और 11 अगस्त को विपक्षी सांसदों ने भारी हंगामा किया था.
कृषि कानून रद्द करने की मांग करते हुए कुछ सांसदों और सदन में तैनात मार्शलों के बीच धक्कामुक्की की घटनाएं सामने आयी थीं. कुछ सांसदों ने मेज पर चढ़कर रूल बुक आसन की ओर फेंक दी थी. इस मामले पर चर्चा करते हुए श्री नायडू भावुक हो गए थे.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी मानसून सत्र के हंगामे की भेंट चढ़ जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस सत्र में अपेक्षाओं के अनुरुप सदन का कामकाज नहीं हुआ, जिसके कारण मेरा मन दुखी है. मेरी कोशिश थी कि जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो, लेकिन विपक्ष का गतिरोध रुका नहीं.