Ramgarh : रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने गुरुवार को अनियमित विद्युत आपूर्ति के खिलाफ अंचल बिजली कार्यालय के समक्ष धरना दिया. एक दिवसीय धरना देकर चेैंबर ने अपना विरोध जताया और अपनी मांगों को रखा. साथ ही रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स राजधानी एक्सप्रेस और रांची चोपन एक्सप्रेस को फिर से बरकाकाना रूट से चालू करने की मांग रखी.
धरना के बाद रामगढ़ चैंबर ने सौंपा ज्ञापन
धरना के बाद चैंबर प्रतिनिधियों और सदस्यों ने अपनी मांगों को लेकर विद्युत आपूर्ति अंचल, रामगढ़ के विद्युत अधीक्षण अभियंता अनिल सिंह को ज्ञापन सौंपा. चैंबर ने रामगढ़ जिले के आमजनों, व्यपारियों, किसानों और मजदूरों की तरफ से ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में ये भी लिखा है कि रामगढ़ दूसरा बड़ा जिला है जो बिजली विभाग को सबसे ज्यादा राजस्व देता है. इसके बावजूद विगत दो-तीन महीनों से यहां बिजली कभी भी कट जाती है.
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जनप्रतिनिधि के प्रति जतायी नाराजगी
रामगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पंकज तिवारी ने रामगढ़ में अनियमित बिजली आपूर्ति पर सवाल खड़े किये हैं. पंकज तिवारी ने स्थानीय विधायक ममता देवी, सांसद जयंत सिन्हा पर भी नाराजगी व्यक्त की. तिवारी ने कहा कि यहां की निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी चुप है. जो समझ से परे है. आज इस आंदोलन में यहां की विधायक की कोई भूमिका नहीं है. जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.
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विगत कुछ महीनों से बिजली आपूर्ति की स्थिति खराब
पंकज तिवारी का कहना है कि रामगढ़ जिले में विगत कुछ महीनों से बिजली आपूर्ति की स्थिति खराब है. जिसके कारण व्यवसायिक लोग, आमजन सहित किसान काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि रामगढ़ जिले में भारत सरकार के अनुसंसिक इकाई सीसीएल, जिंदल, एनटीपीसी, टाटा कंपनी सहित कई उद्योग स्थापित हैं. साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पैतृक आवास भी है. इसके बावजूद यहां हर दिन 7 से 8 घंटे बिजली कटती है. कोरोना से धीरे-धीरे उभरकर इंडस्ट्री सेक्टर पटरी पर आ रहा था. लेकिन बिजली की अनियमित वयवस्था के कारण बड़े-छोटे सभी उद्योग और काल कारखाने बंद होने के कगार पर हैं.
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