Ramgarh: रामगढ़ के कुजू, मांडू व घाटो इलाके में पुलिस की सख्ती के बाद कोयले का अवैध कारोबार ठहर गया है. आलोक रूंगटा के प्लांट में कोयला गिराने का काम बंद हो गया है. मतलब अवैध कोयले का परिवहन बंद हो गया है.
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कोयला के चोरो को अपने संरक्षक पर है पूरा भरोसा
इस बीच सूत्रों ने दावा किया है कि कोयला के चोरो को अपने संरक्षक पर पूरा भरोसा है. उन्हें भरोसा है कि जल्द ही फिर से रूंगटा का प्लांट चालू हो जायेगा. इस भरोसे की वजह से ही कोयला का अवैध खनन करने का काम बदस्तूर जारी है. अवैध कोयला खादानों और जंगल क्षेत्र से कोयला का खनन किया जा रहा है. दिक्कत यह है कि इसमें स्थानीय पुलिस कुछ कर नहीं सकती. अवैध खनन के काम को रोकने की जिम्मेदारी खनन विभाग, वन विभाग, सीसीएल और डीसी द्वारा गठित टीम की होती है.
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अवैध कोयले का कारोबार डब्बू सिंह कर रहा है
जिन कोयला चोरों द्वारा कुजू, मांडू व घाटो के इलाके के जंगल में कोयले का अवैध खनन व जमा करने का काम किया जा रहा है, उसमें कई नाम हैं. कुजू व मांडू क्षेत्र से अवैध कोयले का कारोबार डब्बू सिंह कर रहा है. जबकि घाटो क्षेत्र से दीपक, संजू, शंकर मिश्रा, इनाम व अन्य दूसरे लोग शामिल हैं. डब्बू सिंह कुछ ट्रक कोयला डेहरी के मंडी में भी भेज रहा है. 14 माइल इलाके में मनोज, एकरामुल व महेश यही काम कर रहा है. सभी को भरोसा है कि वन विभाग, खनन विभाग या जिला की टीम छापामारी कर नहीं सकती. क्योंकि उन्हें इस अवैध कारोबार के संरक्षक पर पूरा भरोसा है.
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