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Ranchi. क्रिसमस ईसाई समुदाय के लिए खुशी और उत्साह मनाने का पर्व है. ईसाई समुदाय क्रिसमस पर प्रभु येसु के जन्म की खुशी के साथ- साथ उनके दूसरे आगमन की तैयारी भी करते है. नवंबर से ही माहौल काफी खुशनुमा हो जाता है. हर तरफ गैदरिंग और कैरोल की धुन सुनाई देती है. इसी के बीच विभिन्न ईसाई समुदायों का एक कॉमन युथ ग्रुप झारखंड क्रिश्चियन युथ एसोसिएशन (जेसीवाईए) हर वर्ष क्रिसमस कार्निवल का आयोजन करता है. जिसमें ईसाई समाज के युवाओं के साथ ही दूसरे धर्म के लगभग 2500 युवा एक साथ सडकों पर उतर क्रिसमस गीतों पर झूमते-नाचते और एकता का संदेश का देते है.
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कार्निवल के पैसों से जरुरतमंदों और आश्रमों को कर रहे मदद
इस वर्ष कोविड महामारी के कारण कार्निवल रद्द कर दिया गया है. कार्निवल पर होने वाले खर्च के साथ ही उसका पूरा आयोजन का जिम्मा युवाओं का ही होता है. पर इस वर्ष कार्निवल रद्द कर दिया गया है आयोजन पर होने वाला खर्च युवाओं ने शहर के अनाथालयों, वृद्धा आश्रम और हैंडिकैप होम्स में जरुरत की चीजे बांटने और उनके साथ गैंदरिंग मनाने का फैसला लिया.
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क्रिसमस तक जारी रहेगा कंबल वितरण और क्रिसमस गैदरिंग
क्रिसमस के 10 दिनों पूर्व से युवा शहर के विभिन्न अनाथ आश्रम, ओल्ड एज होम और हैंडिकैंप होम्स में केक, क्रिसमस कैरोल्स और क्रिसमस संदेश के साथ घूम रहे है. ओरमांझी शांतिसदन में रांची महाधर्मप्रान्तीय युवा संघ ने बढ़ती ठंड को देखते हुए कम्बल का वितरण किया. अवसर पर पहले क्रिसमस गीत गाये गये और युवाओं ने संदेश दिया. अध्यक्ष कुलदीप तिर्की ने कहा कि क्रिसमस का सही अर्थ है हम एक दूसरों के बीच खुशियां बाटें तभी बालक येसु हमारे जीवन में सही रूप में आयेंगे. और इसी वजह से हम युवाओं ने कम्बल वितरण का कार्य शुरू किया. और यह कार्य क्रिसमस तक जारी रहेगा.
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ठंड में कंबल बांट क्रिसमस के अर्थ को बना रहे सार्थक
इसके साथ ही युवा न केवल आश्रमों में जाकर क्रिसमस की खुशियां बांट रहे है बल्कि ये सडकों पर रह रहे लोगों को कंबल बांट ठंड से राहत देना का कार्य कर रहे है. साथ ही बस्तियों और गांवों में जाकर कड़कडाती ठंड में गरीबों और जरुरतमंदों के बीच भी कंबल बांट क्रिसमस के मूल अर्थ खुशियां बांटने के अर्थ को सार्थक बना रहे है.
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ओल्ड एज होम बरियातू में बुजुर्गों के साथ क्रिसमस मनायेंगे
जेसीवाईए के युवा अध्यक्ष कुलदीप तिर्की, कार्यकारी अध्यक्ष एल्विन लकड़ा, महासचिव संदीप उराव, विकास तिर्की, अंबर बेक, रवि तिर्की, विल्सन एक्का, लुइस बड़ा, संजय लकड़ा सहित अन्य आज भी हहाप नामकुम में जरूरतमंदों के बीच कंबल बांटेगें. 21 दिसम्बर को गुरुनानक होम फ़ॉर हैंडीकैप चिल्ड्रन में विकलांक बच्चों के साथ क्रिसमस मनायेगी. इसके बाद 23 दिसम्बर को ओल्ड एज होम बरियातू में बुजुर्गों के साथ क्रिसमस मनायेंगे.
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