Ranchi : साइबर अपराधियों ने सदर थाना क्षेत्र के दीपाटोली में रहने वाले डॉक्टर गोपाल से 30 लाख की ठगी की है. साइबर अपराधियों ने सीबीआई अधिकारी बनकर डॉक्टर को 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट किया. फिर 30 लाख ठग लिये. इसको लेकर डॉक्टर गोपाल ने सीआईडी की साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि दिल्ली सीबीआई के अधिकारी बनकर साइबर अपराधियों ने डॉक्टर को फोन किया. साइबर अपराधियों ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम आने की बात कहकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया. कहा कि मामले की जांच होने तक उन्हें घर पर ही अरेस्ट किया जा रहा है. इस दौरान ने उनके बैंक की पूरी डिटेल ली गयी और 24 घंटे के भीतर उनके खाते से 30 लाख की निकासी कर ली गयी. अगले दिन जब डॉक्टर को राशि निकासी की जानकारी मिली तब उन्हें समझ आया कि वे साइबर ठगी के शिकार हुए हैं,. इसके बाद वे सीधे साइबर थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया.
क्या होता है डिजिटल अरेस्ट
डिजिटल अरेस्ट ब्लैकमेल करने का एक नया तरीका है. डिजिटल अरेस्ट के जरिये साइबर ठग नकली पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को ऑनलाइन धमकी देते हैं और अपना शिकार बनाते हैं. इस दौरान साइबर अपराधी वीडियो कॉलिंग के जरिये उस पर नजर रखते हैं. कई बार डिजिटल अरेस्ट वाले ठग लोगों को फोन करके कहते हैं कि वे पुलिस डिपार्टमेंट या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से बात कर रहे हैं. ये कहते हैं कि आपके पैन और आधार का इस्तेमाल कर कई चीजें खरीदी गयी हैं या फिर मनी लॉन्ड्रिंग की गयी है. इसके बाद वे वीडियो कॉल करते हैं और सामने बैठे रहने के लिए कहते हैं. इस दौरान किसी से बात करने, मैसेज करने और मिलने की इजाजत नहीं होती है. इस दौरान जमानत के नाम पर लोगों से पैसे भी मांगे जाते हैं. इस तरह लोग अपने ही घर में ऑनलाइन कैद होकर रह जाते हैं.
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