Ranchi : आमया संगठन द्वारा मंगलवार को राजभवन के समक्ष चौपाल लगाया गया. चौपाल में राज्य के 48 लाख मुसलमानों के साथ हो रहे भेदभा,व उपेक्षा और अन्याय पर चर्चा की गई. चौपाल शुरू होने से पहले उपस्थित सभी लोगों द्वारा पांच सदस्य सरपंच मनोनीत किया गया. सरपंच में इस्लामिया रांची के महासचिव डां तारीक हुसैन, अंजुमन इस्लामिया कटमकूली के सदर शमसुल हक, जमीयतुल मोमीनिन चौरासी के इमरान अंसारी, कोयलवरी मजदूर संघ के इकबाल अंसारी और झारखंड आंदोलनकारी शम्स कमर थे. चौपाल की अध्यक्षता कर रहे आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली ने सरपंचों के समक्ष झारखंड के मुसलमानों के मामलों को रखा.
इसे भी पढ़ें-बजट खर्च की विभागवार समीक्षा करेंगे सीएम, बुधवार को झारखंड मंत्रालय में होगी बैठक
ये हैं मुख्य मांगें
राज्य में 4,401 उर्दू प्राथमिक शिक्षक के बचे 3,712 पदों को स्नातक टेट उत्तीर्ण से भरने, योजना के तहत बहाल 701 उर्दू प्राथमिक शिक्षकों गैर योजना के तहत करने, उर्दू शिक्षकों के आरक्षित पदों को विलोपित कर पिछड़ा व समान्य वर्ग से भरने, हाईस्कूल पीआरटी के 25 प्रतिशत पदों पर उर्दू शिक्षक के रिजल्ट जारी करने, मदरसा आलिम और फाजली की परीक्षा रांची विश्वविद्यालय से कराने, मॉब लींचिग पर कानून बनाने एवं पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने, सरकारी व निजी क्षेत्रों के रोजगार में भागीदारी सुनिश्चित करने, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में आवासीय विद्यालय खोलने, 15 सूत्री कमिटी, वक्फ बोर्ड, अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम में निदेशक, उर्दू एकेडेमी, मदरसा बोर्ड का गठ़न करने की मांग सरपंचों के समक्ष रखा गया और उसके समाधान पर चर्चा की गई.

इसे भी पढ़ें-चक्रधरपुर : कमलदेव गिरि हत्याकांड में पुलिस ने और चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

चौपाल में ये रहे मौजूद
चौपाल में जियाउद्दीन अंसारी, रहमतुल्लाह अंसारी, मो फुरकान, लतीफ़ आलम, अमीन अंसारी, सईद अंसारी, अब्दुल गफ्फार, जावेद अंसारी, अफताब अंसारी, नदीम समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित थे.