- 11 जिलों में चल रही है राज्य सरकार की यह महत्वकांक्षी परियोजना
- पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में है परियोजना का संचालन
- चार हजार किसानों को मिल रहा फायदा, करीब 73.4 लाख का हो चुका है कारोबार
alt="Lagatar.in" width="960" height="1280" /> खेतों से ताजी हरी मिर्च तोड़कर दिखाती महिला किसान[/caption]
जोहार एग्री मार्ट से उन्नत खेती के गुर सीख रहे हैं किसान
जोहार एग्री मार्ट में खेती से जुड़े सामानों की बिक्री के अलावा किसानों को उन्नत खेती एवं तकनीक से भी जोड़ने का काम किया जाता है. उत्पादक कंपनी से जुड़े किसानों को एग्री मार्ट अंतर्गत व्हाट्सएप के जरिए तकनीकी सलाहकारों से जोड़ा गया है. ये सलाहकार सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक रोजाना किसानों को खेती से जुड़ी जानकारी एवं आ रही दिक्कतों का हल बताते है.इसे भी पढ़ें- बिल">https://lagatar.in/bill-gates-is-now-americas-biggest-farmer-bought-two-lakh-42-thousand-acres-of-cultivated-land-in-19-states/18373/">बिल
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गिरिडीह जिले ने अपनी अलग पहचान बनाई
गिरिडीह स्थित गिरधन महिला उत्पादक कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर सदस्य नीलिमा बताती हैं कि लगभग 160 से ज्यादा उत्पादक समूह से जुड़ी महिला किसान एवं अन्य किसान नियमित रूप से एग्री मार्ट से ही कृषि सामग्री एवं सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं. गिरिडिह जिले में संचालित जोहार एग्री मार्ट ने गुणवत्ता एवं कृषि सेवाओं की वजह से अब अपनी एक अलग पहचान बनाई है. इसे भी देखें-केस स्टडी
गिरिडीह के मधुपुर उत्पादक समूह से जुड़ी यशोदा बताती हैं कि पहले हम जैसे किसानों को जानकारी एवं संसाधन के अभाव के कारण ठगी का शिकार होना पड़ता था. कोई दुकानदार एक्सपायरी बीज दे देता था तो कोई अधिकतम दाम में बिक्री करता था. लेकिन, अब जोहार एग्री मार्ट के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले खाद-बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध हो रहे हैं. धान की फसल के समय मैंने जोहार एग्री मार्ट के जरिए लगभग 10 प्रतिशत कम कीमत पर खाद-बीज की खरीदारी की थी. धान की फसल अच्छी हुई. हाल के दिनों में मैंने मिर्च का उत्पादन किया. इससे अच्छा मुनाफा हुआ.

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