Ranchi: मोदी सरकार में रेलवे का प्लेटफार्म टिकट भी गरीब यात्रियों से दूर होता जा रहा है. पहले की तुलना में यह अब छह गुनी महंगी हो गयी है. नए प्लेटफार्म टिकट का दाम 30 रुपए कर दिया गया है. प्लेटफार्म टिकट के दाम में इतनी वृद्धि पहले कभी नहीं की गई. इस बढ़ोत्तरी से गरीब यात्री प्लेटफार्म टिकट लेकर कम ही आ सकेंगे. 2015 में इसे पांच रु से बढ़ाकर 10 रुपए किया गया. लेकिन अब इसे मोदी की रेल मंत्रालय ने छह गुना बढ़ा दिया है. 2014 से पहले कांग्रेस सरकार में प्लेटफार्म टिकटों की कीमत जहां दो से पांच रुपए बढ़ाए गए.
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कोरोना और लॉकडाउन बना बहाना
प्लेटफार्म टिकट के दाम में ताजा वृद्धि से लगता है कि यह वृद्धि भी कोरोना और लॉकडाउन की आड़ में की गई है. अब तो प्लेटफार्म के इस किराए की राशि से रांची से टोरी तक की दूरी का सफर तय किया जा सकता है. पैसेंजर ट्रेन से रांची से विभिन्न स्टेशनों के किराए भी इससे कम हैं.
रांची से टोरी की 111 किमी की दूरी का सफर तय करने के बाद भी गरीब यात्री के कुछ रुपए बच जाएंगे. रांची से टोरी तक के सफर का किराया 25 रुपये है. गरीब की जेब में फिर भी पांच रुपए बच जाएंगे. जबकि रांची से टोरी के बीच के कई छोटे स्टेशनों से सफर भी पूरा किया जा सकता है. रांची से लोहरदगा से पहले के सभी स्टेशनों के किराए 15 रुपए के करीब हैं.
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रेलवे ने जब प्लेटफार्म टिकट का दाम दो रुपए से बढ़ाकर पांच रुपए किए था. उस समय भी रेलवे को विरोध का सामना करना पड़ा था. कई पैसेंजर ट्रेनों से पांच रुपए में 10-12 किमी का सफर भी होता था. लेकिन अब की बढ़ोत्तरी ने गरीबों की कमर तोड़ दी है. खासकर यह किराया बीच के कई छोटे स्टेशनों के किराए के करीब है.
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