- वित्तीय वर्ष 2023-24 समाप्त होने में बचे हैं सिर्फ डेढ़ माह
- 36 फीसदी राशि खर्च करना सरकार के लिए बनी चुनौती
- एक लाख 16 हजार 418 करोड़ है झारखंड का बजट
Ranchi : झारखंड सरकार अब तक वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में से सिर्फ 63.95 फीसदी राशि ही खर्च पाई है. वित्तीय वर्ष की समाप्ति में अब सिर्फ डेढ़ महीने ही बचे हैं. ऐसे में 36 फीसदी राशि खर्च करना सरकार के लिए चुनौती बन गई है. राज्य सरकार का कुल बजट एक लाख 16 हजार 418 करोड़ रुपए का है. जानकारी के अनुसार इस बार भी भारी-भरकम राशि सरेंडर होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि वित्तीय वर्ष के अंतिम समय में खर्चों में तेजी आती है.
अगले वित्तीय वर्ष के बजट की हो रही तैयारी
झारखंड सरकार अब अगले वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट की तैयारी कर रही है. 16 फरवरी को चंपाई सरकार के कैबिनेट का विस्तार होना है. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद झारखंड विधानसभा का बजट सत्र आहूत किया जाएगा. लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए सरकार के पास समय कम है और काम ज्यादा करने हैं. ऐसे में बजट अनुरूप खर्च होना बेहद ही कठिन है. चालू वित्तीय वर्ष के बजट में 15 फीसदी की वृद्धि की गई थी.
विभाग बजट(करोड़ में) राशि खर्च ( करोड़ में)
कृषि 2453.37 717.93
पशुपालन 473.71 179.98
भवन निर्माण 602.74 407.79
राज्यपाल सचिवालय 15.05 10.25
ऊर्जा विभाग 15276.87 14276.22
वाणिज्य कर विभाग 111.18 76.95
वन विभाग 1150.50 583.11
खाद्य आपूर्ति 2599.64 1029.66
स्वास्थ्य विभाग 5045 3219.20
उच्च शिक्षा 1826.64 1287.95
गृह विभाग 7279.19 5710.81
उद्योग 439.50 175.69
श्रम विभाग 955.85 690.91
निबंधन 28.35 18.83
आपदा प्रबंधन 1031.55 26.35
राजस्व भूमि सुधार 708.41 536.45
पथ निर्माण 5706.79 3343.47
ग्रामीण विकास 4194.58 2707.09
नगर विकास 1943.58 755.24
जलसंसाधन 1506.64 1134.24
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