Ranchi : सीआईडी के बैनर तले मंगलवार को 46 निर्भया शक्ति महिला आरक्षियों की ट्रेनिंग शुरू की गयी है. यह ट्रेनिंग आईटीएस होटवार में आयोजित की गयी है. द्वितीय बैच के 46 निर्भया शक्ति महिला आरक्षियों के लिए तीन सप्ताह के ट्रेनिंग कार्यक्रम का उद्घाटन झालसा की सदस्य सचिव रंजना अस्थाना और सीआईडी आईजी असीम विक्रांत मिंज द्वारा किया गया.
हाईकोर्ट झारखंड के चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद ने सलाह दी थी
बता दें कि हाईकोर्ट झारखंड के चीफ जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की सलाह पर तत्कालीन डीजी सीआईडी और डीजीपी झारखंड अनुराग गुप्ता द्वारा महिला थाना में निर्भया शक्ति महिला आरक्षियों को प्रतिनियुक्त करने का निर्णय लिया गया था. इन प्रशिक्षित महिला कर्मियों को झारखंड के सभी महिला थाना में प्रतिनियुक्त किया जायेगा, जो महिला एवं बच्चों के विरुद्ध हो रहे अपराधों के कांडों में पुलिस अनुसंधान में सहायता करेंगी. उन्हें वैज्ञानिक अनुसंधान, कानून, नर्सिंग, मनोविज्ञान, सॉफ्ट स्किल साइबर जैसे विषयों में प्रशिक्षण दिया जायेगा.
38 महिला थाना में प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है
प्रथम बैच की 45 निर्भया शक्ति महिला आरक्षियों को राज्य के 38 महिला थाना में प्रतिनियुक्त किया जा चुका है. इन महिला आरक्षियों को प्रशिक्षण दिया गया है कि पीड़ित पक्ष जब थाना आये तो वह उनको शुरुआती प्राथमिक चिकित्सा देने से लेकर मनोवैज्ञानिक सलाह देते हुए अदालत में ट्रायल तक साथ में रहे. महिला एवं बच्चों के विरुद्ध हो रही लैंगिक हिंसा विशेष कर पॉक्सो और जेजे एक्ट जैसे कानून के संबंध में विशेष रूप से उन्हें जानकारी दी गयी है.