Bokaro: शहर के साथ-साथ कस्बाई इलाकों में भी कोरोना मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. बोकारो जिले के सतनपुर पंचायत के सतनपुर गांव की कुछ ऐसी ही स्थिति है. गांव की आबादी 7 हजार है. यहां 3 हजार के आसपास वोटर हैं. इस गांव में लगभग 30 प्रतिशत लोग सर्दी-खांसी से पीड़ित हैं. लेकिन इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है. ऐसे में ग्रामीण भगवान भरोसे हैं.
30 प्रतिशत प्रवासी मजदूर
गांव की कुल आबादी में 30 प्रतिशत प्रवासी मजदूर हैं. ये कोरोना के दूसरे वेव के बाद गांव लौटे हैं. क्वारंटाइन सेंटर नहीं होने के कारण बाहर से आये मजदूर सीधे अपने घरों में रहने लगे हैं. इनकी कोविड जांच भी नहीं कराई गई है. ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ गया है.
पंचायत भी बेचारा बन गया है
रिपोर्टर ने जब ग्रामीणों से बात की तो बताया कि दवा दुकान से बीमार लोग खरीदकर दवा खा रहे हैं. चिकित्सक अस्पताल में उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे में कोई रास्ता नहीं बचा है. इसलिए खुद उपाय कर रहे हैं. इस मामले पर पंचायत के मुखिया मिठू भट्टाचार्य ने कहा कि इस बार पंचायत भी बेचारा बन गया है. खाते में पैसा भी है, लेकिन हम खर्च नहीं कर सकते. आदेश जारी नहीं किया गया है.