Ranchi : श्री श्री बालाजी नर्सिंग धाम बर्नपुर से पधारे संतोष भाई जी ने कहा कि यदि आप नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो निश्चित ही आप धीरे-धीरे स्वता तरह-तरह की बुराइयों से दूर होते जाएंगे. कुछ संगत में रहकर नशा करना पराई स्त्री पर नजर रखना और क्रोध मोह लोभ रसिया मद काम जैसे मानसिक विकारों से दूर होते चले जाएंगे. जब व्यक्ति इन बुराइयों से दूर रहता है तो धीरे-धीरे उसकी मानसिक और शारीरिक सेहत सुधरने लगती है. संतोष भाई शुक्रवार को स्थानीय महाराजा अग्रसेन भवन में अखंड सवा लाख श्री हनुमान चालीसा का पाठ के पांचवें दिन इस आशय का उद्गार व्यक्त किया. सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक अपने अनुयायियों को परेशानियों को दूर करने वाले मंत्रों का प्रसाद देते हुए संतोष भाई जी ने कहा यदि किसी तरह की परेशानी है तो कुछ समय बाद परिवार के सदस्य तनाव में रहने लगेंगे और धीरे-धीरे उन्हें शारीरिक और मानसिक रोग घेर लेंगे. नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन में शांति की धारा बहती है. कलह मिटता है और घर में खुशी का माहौल बनता है. मानसिक परेशानी से शरीर में तरह तरह के रोग लगते हैं यदि पवित्र रहकर नियम पूर्वक हनुमान चालीसा पढ़ा जाए तो बुरे प्रभावों से मुक्ति मिलती है. जागृत और सर्व शक्तिशाली देवताओं में एकमात्र हनुमान जी की कृपा जिस पर बरसना शुरू होती है, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता. इस कलयुग में सबसे ज्यादा जागृत और साक्षात हनुमान है. बनारस से आए प्रख्यात कथावाचक राम मोहन महाराज ने भगवान शिव की स्तुति हर हर महादेव, शंभू काशी विश्वनाथ शंभू माता पार्वती संग हर-हर विश्वनाथ शंभू गायन करते हुए श्री हनुमान के भव का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि कल्याणकारी शिव का स्थान सभी देवताओं में सर्वोपरि है. पांचवें दिन सुबह का भंडारा प्रकाश अग्रवाल, अंकुर जैन, कालीचरण सिंघानिया तथा कमल मोर एवं शाम का भंडारा अनुराग सिंघानिया, मुन्ना सरावगी के सौजन्य से हुआ. शुक्रवार को दूध का सवामनी प्रसाद प्रभास गोयल की ओर से अर्पित किया गया.
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