Ranchi: रांची महाधर्मप्रांत ने रविवार को सभी पल्लियों में बाल दिवस मनाया. यह कार्यक्रम संतों के चर्च, डोरंडा में आयोजित किया गया. जहां बाल दिवस पर बच्चों की उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना किया गया, तो वहीं बाल दिवस के अवसर पर 165 बच्चों को दृढी़करण संस्कार दिया गया. इसमें डोरंडा पल्ली के 122 बच्चे और गेतलसूद पल्ली के 43 बच्चे शामिल थे.
दृढ़ीकरण संस्कार कार्यक्रम के दौरान बच्चे और आर्चडायसिस के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो
कोविड के कारण सरकार ने भीड़ लगाने की अनुमित नहीं दी है. जिसे देखते हुए बच्चों का यह संस्कार कार्यक्रम बिना माता-पिता और परिजनों की उपस्थिति में किया गया. दृढ़ीकरण संस्कार बाल्यावस्था से आत्मिक युवावस्था की ओर कृपा के जीवन में बढ़ने की शक्ति देता है.
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इसके बाद बच्चे अपने निर्णय खुद लेने और ईश्वर की कृपा के साथ जीने के लिए दृढ़ संकल्प लेते हैं. बच्चों के माथे पर ख्रिस्मा के तेल से क्रूस बनाकर दृढी़करण संस्कार दिया गया.
आर्चडायसिस के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने 122 बच्चों के माथे पर ख्रिस्मा के तेल से क्रूस बनाकर उन्हें दृढी़करण संस्कार दिया. संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि हमें निर्भय होकर अपने विश्वास पर आगे बढ़ते जाना है. अपने जीवन में यीशु ख्रीस्त द्वारा बताए गए उद्देश्यों को जगह देनी है. उनकी तरह ही हमें प्रेम और शांति का संदेशवाहक बनना है. इस अवसर पर डोरंडा पल्ली के पुरोहित फादर पीटर सांगा, फादर सुमित खलखो सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
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