Hazaribagh : हजारीबाग सदर अस्पताल में एक बच्चे की मौत पर परिजनों ने घंटों हंगामा किया. उसके बाद मानवाधिकार संगठन से जुड़े लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर सुपरिटेंडेंट विनोद कुमार से मिलकर शिकायत की.

दरअसल केरेडारी के कंडबेर निवासी किशुन तुरी की बहू रिंकी देवी को बुधवार की अहले सुबह चार बजे सदर अस्पताल हजारीबाग में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया. सुबह सात बजे ऑपरेशन के माध्यम से बच्चे का जन्म हुआ. बच्चे की नाजुक हालत को देखते हुए उसे चाइल्ड वार्ड में भेजने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर तीन घंटे बीत गए, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ. कभी डॉक्टर नहीं, तो कभी फॉर्म नहीं होने की बात कही गई और इसी बीच बच्चे की मौत हो गई.
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उसके बाद परिजन सदर अस्पताल में हंगामा करने लगे और इस पूरे मामले को केरेडारी निवासी चंद्रिका रजक ने मानवाधिकार संगठन की महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मंजू सिंह को बताया. इस मामले की जानकारी पाते ही मंजू सिंह ने इसकी जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष को दी. फिर पूरी टीम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और सदर अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार से मिलकर इस मामले के बारे में छानबीन करने की बात कही. सुपरिटेंडेंट ने आश्वासन दिया कि बैठक कर इस मामले की जानकारी प्राप्त करेंगे और आने वाले समय में इस प्रकार की समस्या नहीं हो, इसका समाधान करेंगे.
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