Ranchi : रिम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब सीटी स्कैन के लिए निजी जांच घर के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा. कम कीमत पर रिम्स में ही उच्चतम तकनीक से लैस सीटी स्कैन मशीन से मरीजों की जांच हो सकेगी. मशीन के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. प्रक्रिया में करीब एक महीने का वक्त लगेगा. रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने जानकारी दी है कि मशीन मुंबई के रास्ते रिम्स पहुंच चुकी है. यह रिम्स के लिए बड़ी उपलब्धि है. अस्पताल के लिए मशीन की मांग लंबे समय से थी. उन्होंने बताया कि ट्रॉमा सेंटर के ग्राउंड फ्लोर में मशीन के इंस्टॉलेशन के लिए पहले से साइट तैयार कर ली गयी थी. सीटी स्कैन मशीन को चलाने के लिए बिजली का कनेक्शन भी किया जा चुका है. इंस्टॉलेशन के बाद मशीन का ट्रायल किया जाएगा. कंपनी से लाइसेंस निर्गत होते ही मरीजों को इसका लाभ मिलने लगेगा. उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में एक माह का वक्त लगेगा.
चार माह पहले हुआ था टेंडर, जर्मनी से आयी एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस मशीन
रिम्स में सीटी स्कैन मशीन को लेकर पिछले दो सालों से विवाद चल रहा था. पूर्व निदेशक ने 2019 में ही 128 स्लाइस की दो मशीन के लिए टेंडर निकाला था, जबकि रेडियोलॉजी के हेड ने 256 स्लाइस की मांग की थी. डॉ कामेश्वर प्रसाद ने रिम्स में सेवा देने के बाद सीटी स्कैन को प्राथमिक की सूची में रख करीब चार माह पहले टेंडर निकाला था. सारी प्रक्रिया होने के बाद जर्मनी की कंपनी से 256 स्लाइस की एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस सीटी स्कैन मशीन की खरीद की गयी.
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ब्रेन और हार्ट की एंजियोग्राफी भी हो सकेगी
निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद के अनुसार, सीटी स्कैन मशीन लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस है. इससे सीटी स्कैन के साथ साथ हार्ट और ब्रेन की एंजियोग्राफी भी की जा सकेगी. सामान्य मशीन से कम रेडिएशन के साथ कम समय में ही रिजल्ट मिल सकेगा. बताते चलें कि विभिन्न तरह की सीटी स्कैन जांच के लिए मरीजों को प्राइवेट जांच घर में 1000 से 5000 तक चुकाने पड़ते हैं. रिम्स में यह जांच 500 से 800 के बीच हो सकेगी. हालांकि जांच दर अभी तय नहीं की गयी है. प्रबंधन के अनुसार, इससे भी कम शुल्क में जांच करने की तैयारी है.