LagatarDesk : फेस्टिव सीजन के बीच आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है. सितंबर माह में खुदरा महंगाई दर में गिरावट आयी है. सितंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.45 फीसदी पर आ गयी है. इससे पहले अगस्त में यह 5.3 फीसदी थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खाने-पीने की चीजों के दाम कम होने के कारण खुदरा महंगाई दर में गिरावट आयी है.
पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर
बता दें कि अप्रैल-2021 के बाद सबसे कम खुदरा महंगाई दर सितंबर में आयी है. यानी सितंबर माह में महंगाई दर पिछले पांच महीने के निचले स्तर पर पहुंच गयी है. अप्रैल में खुदरा महंगाई 4.23 प्रतिशत थी.
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3.11 फीसदी से घटकर 0.68 फीसदी पर आयी खाद्य महंगाई दर
मालूम हो कि पिछले साल समान समयावधि में खुदरा महंगाई दर 7.27 फीसदी थी. आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य महंगाई दर सितंबर में घटकर 0.68 फीसदी रह गयी. जबकि अगस्त में यह 3.11 फीसदी थी. एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में अनाज और उत्पाद की खुदरा महंगाई दर -0.61 फीसदी, मांस-मछली की 7.99 फीसदी, दूध और दुध से बने उत्पादों की 3.13 फीसदी, फलों की 3.70 फीसदी, सब्जियों की -22.47 फीसदी, दाल की 8.75 फीसदी रही.
आरबीआई के दायरे में रही खुदरा महंगाई दर
गौरतलब है कि इस बार महंगाई दर आरबीआई के अनुमान के दायरे में है. एमपीसी बैठक में आरबीआई का फोकस महंगाई को कम करने का था. इसलिए पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया. रेपो रेट पहले की तरह 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है. RBI ने दिसंबर 2020 से ही महंगाई दर के लिए 4% (+2% या -2%) का टारगेट तय किया है.
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आरबीआई ने FY 2022 में महंगाई दर का अनुमान घटाया
बता दें कि एमपीसी की बैठक में आरबीआई ने फाइनेंशियल ईयर 2020 में महंगाई दर का अनुमान घटाया है. केंद्रीय बैंक ने अपने FY22 CPI मुद्रास्फीति लक्ष्य को पहले के 5.7 फीसदी से घटाकर 5.3 फीसदी कर दिया है. इसमें जुलाई-सितंबर सीपीआई मुद्रास्फीति भी पहले के 5.9 की तुलना में 5.1 प्रतिशत थी. अक्टूबर-दिसंबर सीपीआई मुद्रास्फीति पहले के 5.3 प्रतिशत की तुलना में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
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