Ranchi : रिम्स में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 120 बेड का चार तल्ला बिल्डिंग न्यू ट्रामा सेंटर बनाया गया है. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में यह भवन बना और उन्होंने इसका विधिवत उद्घाटन 14 जुलाई 2019 को किया था. कोरोना काल में यही ट्रामा सेंटर लोगों के लिए वरदान बना. हाजरों लोगों की जान बचायी गयी, लेकिन आज भी यह ट्रामा सेंटर अपनी पूरी क्षमता के साथ शुरू नहीं हो सका है. क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ पीके भट्टाचार्य ने कहा कि पूरी क्षमता के साथ न्यू ट्रामा सेंटर को शुरू करने के लिए मैन पावर की जरूरत है. उन्होंने कहा कि फिलहाल चार तल्ले के इस भवन में 50 बेड मरीजों के लिए है और मरीजों की देखभाल के लिए अभी मात्र 6 डॉक्टर हैं.
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पूरी क्षमता के साथ न्यू ट्रामा सेंटर को चलाने के लिए इतने मैन पावर की जरूरत
क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ पीके भट्टाचार्य ने कहा कि 120 बेड के ट्रामा सेंटर के संचालन के लिए तीन शिफ्ट में 100 स्टाफ नर्स की जरूरत है. साथ ही 50 डॉक्टर की जरूरत है. इसके अतिरिक्त 40-50 अटेंडेंट (वार्ड बॉय), इतनी ही संख्या में हाउस कीपिंग स्टाफ, 20-25 ट्रेंड आइसीईयू टेक्नीशियन, चार ऑपरेशन थियेटर के लिए 15 ओटी टेक्नीशियन के अलावा लैब टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन की जरूरत है.
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मात्र 6 डॉक्टर के भरोसे हैं यहां भर्ती होने वाले मरीज
जानकारी के मुताबिक न्यू ट्रामा सेंटर में अभी 50 बेड पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इनमें 3 रेजिडेंट और 3 हाउस सर्जन डॉक्टर हैं, जबकि वर्तमान में 8 से 10 डॉक्टर की जरूरत है.
30 बेड के साथ इमरजेंसी वार्ड शुरू करने की है तैयारी
कोविड सेंटर के दर्जा से मुक्त होने के बाद यहां 30 बेड का सेंट्रल इमरजेंसी शुरू करने की तैयारी चल रही है. पुराने भवन से इमरजेंसी को हटा कर यहां गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा. सेंटर में मरीजों के लिए सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और सेंट्रल लैब की व्यवस्था है, लेकिन यहां भी मैन पावर की कमी है.
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