Ranchi : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने कोरोना के 4 लाख सैंपल की जांच पूरी कर ली है. अंतिम एक लाख टेस्ट के लिए मात्र 65 दिन का समय लिया है. रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग राज्य का दूसरा विभाग था, जहां कोरोना सैंपल की जांच शुरू हुई थी. इससे पहले एमजीएम अस्पताल में शुरुआत की गयी थी. रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग राज्य में सबसे अधिक सैंपल की जांच करने वाला सेंटर है.
रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि पहला एक लाख सैंपल जांच करने में 171 दिन लगे थे, जिसका पॉजिटिविटी रेट 8.1 फीसदी था. वहीं एक लाख से दो लाख जांच के बीच का समय 88 दिन था,जिसका पॉजिटिविटी रेट 5.84 था. 3 से 4 लाख जांच में बीच 102 दिन लगे थे. वहीं अंतिम एक लाख जांच के लिए मात्र 65 दिन लगे, जिसका पॉजिटिविटी रेट 12.83 फीसदी है.
स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर की भी कर रहा तैयारी
कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संक्रमण रोकने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं. इसे रोकने के लिए सरकार ने जांच की संख्या बढ़ाई, टीकाकरण बढ़ाया, होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को किट उपलब्ध कराई, 104 हेल्पलाइन नंबर जारी किया. इसके साथ ही प्रखंड में विशेष टास्क फोर्स की नियुक्ति की और तीसरे लहर की आशंका में बच्चों के लिए विशेष तैयारी पर जोर दे रही है.
जून तक राज्य के सभी परिवार तक पहुंचेगी जांच टीम
जानकारी देते हुए विभाग द्वारा बताया गया कि कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए सरकार ने ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 के लिए प्रखंड कोविड टास्क फोर्स टीम बनाई है. टीम को दो हिस्सों में बांटा गया, पहला जो घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षणों को का पहचान कर रही है और दूसरी जो जांच कर रही है. सरकार का दावा है कि अगले 10 दिनों, यानी 5 जून तक राज्य के सभी परिवार तक जांच टीम पहुंचेगी और संक्रमण रोकने की दिशा में काम करेगी. कई जगह पर यह कार्य शुरू भी कर दिया गया है.