Ranchi : झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लोग इलाज कराने आते हैं. रिम्स के व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. पहले से ही अस्पताल में वार्ड ब्वॉय की कमी है. सफाई कर्मचारियों का वेतन कई महीनों से रुका हुआ है. अब मॉनसून का मौसम आ चुका है और रिम्स में साफ-सफाई की व्यवस्था ऐसी है कि इलाज करने आये मरीज अपनी-अपनी बीमारियों का इलाज तो कराएंगे पर साथ डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों को भी साथ ले जाएंगे. रिम्स के अंदर और बाहर दोनों ही जगह गंदे पानी का जमाव हो रहा है, जिससे इस मौसम में डेंगू और मलेरिया के मच्छरों के पनपने का खतरा बना हुआ है. कहीं नाली का गंदा पानी जम रहा है, तो कहीं बरसात का. पर उसे साफ करने वाले कोई नहीं.
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रिम्स के बाहर भी गंदगी
रिम्स के बाहर भी साफ-सफाई की व्यवस्था ठप है. रिम्स के बाहर कचरे का अंबार लगा रहता है, जिसमें बारिश होने पर गंदा पानी जम जाता है. हालांकि रिम्स के मुख्य गेट के पास मौजूद मंदिर के बगल में कचरे का अंबार लगा रहता है. पहले यहां डस्बिन की सुविधा थी, पर अब नहीं है. रोड किनारे ही कचरा पसरा रहता है. रिम्स के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक और मुख्य बिल्डिंग के बीच में भी गंदगी और जलजमाव की समस्या है.
इस साल रांची में अब तक सर्वाधिक 28 डेंगू के मरीज
इस साल अब तक पूरे राज्य में 76 डेंगू के मरीज पाए गए हैं. इनमें से सर्वाधिक 28 मरीज रांची में पाए गए हैं. डेंगू के 28 मरीज के साथ रिम्स में 13 मलेरिया के मरीज भी भर्ती हैं.
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