Ranchi : रिम्स में कल मुख्यमंत्री ने 528 बेड एक कोविड वार्ड का उद्घाटन किया था. शुक्रवार की शाम 5बजे तक मल्टी स्टोरी पार्किंग में बने अस्थाई कोविड वार्ड में एक भी मरीज भर्ती नहीं थे. वहीं दूसरी तरफ रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में बेड नहीं मिलने के कारण कई मरीज वापस लौट गए. हिनू के एक मरीज की जान बेड नहीं मिल पाने के कारण हो गयी, जबकि उसी समय रिम्स में 500 से अधिक बेड खाली पड़े थे. अस्थाई कोविड वार्ड में शाम के साढ़े पांच बजे पहला मरीज को भर्ती किया गया. दूसरी तरफ ओंकोलॉजी में बने आईसीयू बेड में 19 बेड फंक्शनल थे, जिसमें शाम 6 बजे तक 12 मरीजों को भर्ती किया गया था और 7 बेड खाली ही थे, पर ट्रामा सेंटर से मरीजों को ओंकोलॉजी में भेजने के बजाय वापस लौटा दिया गया.
ऑक्सीजन सप्लाई चालू नहीं होने से हुई देर
रिम्स मल्टी स्टोरी पार्किंग में बने अस्थाई कोविड वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई शाम 5 बजे के बाद शुरू हुई, जिसके बाद ही मरीजों को भर्ती लिया गया. 8 बजे तक सिर्फ दो मरीज भर्ती थे. शनिवार से पूरी कैपेसिटी में मरीज भर्ती हो सकेंगे. वहीं ओंकोलॉजी में शुक्रवार की शाम तक 19 बेड ही हैंडओवर किए गए थे, जिनमें 12 मरीजों को भर्ती लिया गया.
मरीजों को दिक्कत न हो इसलिये बढ़े बेड
राज्य में मरीजों को बेड नहीं मिलने की समस्या को देखते हुए सिर्फ 12 दिनों में बेड तैयार किए गए. ऑक्सीजन और आईसीयू के अभाव में मरीजों की जान जा रही थी, जिसको देखकर रिम्स के मल्टी स्टोरी पार्किंग में 327 ऑक्सीजन बेड ओंकोलॉजी विभाग में 73 आईसीयू बेड और पुरानी बिल्डिंग 128 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की गयी है, पर, आज भी मरीजों को निराशा ही हाथ लगी.