Ranchi: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक ने एक बार फिर पूरे विश्व की चिंता बढ़ा दी है. इसके नए वैरिएंट को देखते हुए झारखंड सरकार ने भी नई गाइडलाइन जारी की है. नए संक्रमित मरीजों के सैंपल की जिनोम सीक्वेंसिंग कराने की तैयारी है. ताकि वैरिएंट का पता चल सके. फिलहाल सैंपल को सीक्वेंसिंग के लिए आईएलएस लैब भुवनेश्वर भेजा जाएगा. लेकिन अब राज्य में भी सीक्वेंसिंग की व्यवस्था होगी.
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इस बाबत स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शासी परिषद की बैठक के दौरान दो मशीन की खरीदारी पर हामी भरी है. उन्होंने कहा कि एक मशीन एमजीएम जमशेदपुर और एक मशीन रिम्स के लिए खरीदी जाएगी.
मल्टी स्टोरी पार्किंग में बने अस्थायी कोविड वार्ड में लगेंगे 100 बेड
इधर, कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने भी सोमवार की शाम को एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि न्यू ट्रामा सेंटर को कोविड के मरीजों के लिए पूरी तरह से तैयार रखा जाएगा. वहीं मल्टी स्टोरी पार्किंग में बने अस्थायी कोविड वार्ड में मंगलवार से तैयारी शुरू कर दी गई है. यहां 100 ऑक्सीजन बेड लगाने की तैयारी है. जिसमें आज 65 बेड लगा दिए गए हैं. वहीं ऑक्सीजन सप्लाई के लिए सैकड़ों की संख्या में जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर को स्टॉक करके रखा गया है. वार्ड की साफ-सफाई शुरू कर दी गई है.
जरूरी मशीन की हो रही है सर्विसिंग
रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर को पूरी तरह से कोरोना के मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है. यहां लगी मशीनों की सर्विसिंग की जा रही है. ट्रामा सेंटर को पूर्व की तरह कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है. यहां कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज किया जाएगा.
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