Ranchi : बुधवार से न्यूरो सर्जरी और ऑर्थोपेडिक्स को छोड़कर सभी विभागों में ओपीडी की सेवा शुरू हो गयी. लंबे समय बाद शुरू हुए ओपीडी में मेडिसिन और सर्जरी विभाग में काफी संख्या में मरीज दिखाने पहुंचे थे. वहीं गायनी ओपीडी में भी गर्भवती महिलाओं की लंबी कतार थी. बता दें कि मेडिसिन विभाग में कुल तक 156 मरीज पहुंचे थे. अधिकतर मरीजों में पोस्ट कोविड संबंधी परेशानी देखने को मिली. वहीं 15 मरीज टीबी के संदेह के साथ डॉक्टर को दिखाने पहुंचे थे. वही सर्जरी विभाग में भी अधिकतर वैसे लोग पहुंचे थे, जिन्होंने पहले ऑपरेशन कराया था और जिन्हें फॉलोअप की जरूरत थी. वहीं सर्जरी विभाग में पथरी की शिकायत के साथ कई मरीज पहुंचे थे.
सुबह 9:00 बजे से ही लगने लगी थी भीड़
ओपीडी की शुरुआत की खबर मिलते ही बुधवार को बड़ी संख्या में मरीज रिम्स पहुंचे थे. सुबह ओपीडी काउंटर में लंबी कतार देखने को मिली, पर सिर्फ 10-10 लोगों को एक विभाग के लिए शुरुआत में पर्ची काटे गए, जिससे काउंटर में भीड़ कम लग रहा था. परंतु काउंटर के बाहर किसी तरह की कोई सोशल डिस्टेंसिंग देखने को नहीं मिली. वहीं ओपीडी में ही पहुंचे कई लोग आपस में ही एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाने को लेकर आग्रह करते रहे.
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पोस्ट कोविड संदेह के साथ अधिक मरीज पहुंचे
रिम्स के मेडिसिन विभाग में अधिकतर मरीज वैसे थे जो कोरोना से संक्रमित हो चके थे. मेडिसिन विभाग में मौजूद रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि कई मरीज संक्रमण से ठीक होने के बाद भी बहुत तरह की परेशानी का सामना कर रहे थे. वहीं कई मरीज ऐसे थे, जिन्हें चलने पर तुरंत थकान महसूस होने लग रहा है. कई मरीजों को सांस लेने में भी तकलीफ थी. वहीं टीबी और चेस्ट विभाग टीबी जैसे लक्षण के 15 मरीज पहुंचे थे. डॉक्टरों ने इन्हें जांच कराने की सलाह दी है. डॉक्टरों ने जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है. खूंटी, लातेहार जैसे जिलों से पहुंचे मरीज चेस्ट इन्फेक्शन की शिकायत के साथ पहुंचे थे.
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सर्जरी विभाग में फॉलोअप के लिए पहुंचे थे अधिकतर मरीज
रिम्स के सर्जरी विभाग में पहली पाली में करीब 61 मरीज पहुंचे थे. सर्जरी विभाग में पहुंचे अधिकतर मरीज अपने फॉलोअप के लिए पहुंचे थे. इनका पहले ऑपरेशन हो चुका था और दो महीने से फॉलोअप नहीं करा पा रहे थे. वहीं कई मरीज गॉल ब्लाडर में पथरी की शिकायत के साथ जांच कराने पहुंचे थे. सुबह से ही सर्जरी ओपीडी के बाहर भी काफी संख्या में मरीज पहुंचे थे. डॉक्टरों ने मरीजों को जांच के लिए लिखा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद सर्जरी की डेट दी जाएगी.
कुल 986 मरीज पहुंचे, 815 नये मरीज
बुधवार को सभी विभागों की ओपीडी की शुरुआत होते ही मरीजों की संख्या बढ़ गयी. कुल 986 मरीज ओपीडी में डॉक्टर से सलाह लेने पहुंचे थे, जिसमें 855 मरीज पहली बार पहुंचे थे. सबसे अधिक 154 मरीज मेडिसिन विभाग में पहुंचे थे. इस सर्जरी में 56 मरीज गायनी विभाग में 62 पीडियाट्रिक में 48 पीडियाट्रिक सर्जरी में 8, सर्जिकल आंकोलॉजी में 7, टीबी और चेस्ट के 15 मरीज, ईएनटी में 47, नेत्ररोग में 60, न्यूरोलॉजी 62, यूरोलॉजी में 34, कार्डियोलॉजी में 52, सीटीबीएस में 11, साइकेट्री विभाग में आठ, कोविड-19 लिंग के लिए 117 और ट्रॉमा में 96 मरीज पहुंचे थे.
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सदर अस्पताल के गायनी विभाग में अधिक भीड़
रांची सदर अस्पताल में ओपीडी की शुरुआत 15 दिनों पहले ही हो चुकी है. इस अस्पताल में ही सबसे पहले पोस्ट कोविड ओपीडी की शुरुआत की गई थी. यहां पोस्ट कोविड ओपीडी में प्रतिदिन 10 से 15 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं सदर अस्पताल में सबसे अधिक भीड़ गायनी विभाग में ही लगी थी. सदर के गायनी ओपीडी में प्रतिदिन रांची शहरी और ग्रामीण इलाकों की महिलाएं अपनी जांच कराने पहुंचती हैं. साथ ही नवजात बच्चों को टीका दिलाने वाली महिलाओं की भी भीड़ टीका केंद्र में रहती है.
सदर ओपीडी के बाहर जम रहा कीचड़, गर्भवती महिलाओं को खतरा
सदर अस्पताल के मेन एंट्रेंस गेट से लेकर ओपीडी तक बरसात के कारण कीचड़ जमा रह रहा है. बारिश के कारण प्रतिदिन ऐसा ही हाल रहता है. बता दें कि ओपीडी तक पहुंचने के लिए गर्भवती महिलाओं को भी कीचड़ से ही पार करना पड़ता है. ऐसे में उनके गिरने का खतरा बना रहता है.